back to top

निहाल के खूबसूरत ताजिए की बाजार में खूब हो रही मांग

लखनऊ। लखनऊ में मोहर्रम शुरू हो हो गया है। मोहर्रम पर लोग हजरत इमाम हुसैन सहित कर्बला के शहीदों की शहादत का गम मनाते हैं और अपने घरों में 10 दिन तक ताजिए रख कर इबादत करते हैं। इन ताजियों का जुलूस निकाला जाता है। इनका महत्व मोहर्रम में बहुत ज्यादा होता है। यही वजह है कि लखनऊ के रहने वाले 15 साल के निहाल ने शहर के सबसे खूबसूरत और सबसे महंगे ताजिÞए बनाकर तैयार किए हैं। इसके लिए उन्होंने चार महीने से दिन-रात कड़ी मेहनत की, जिसके बाद वह इन खूबसूरत ताजियों को तैयार कर सके हैं। खास बात यह है कि ये ताजिए दो लाख रुपए में बुक हो गए हैं।

ये है इन ताजियों की खासियत
निहाल लखनऊ के काजमैन इलाके में रहते हैं। कक्षा 9 के छात्र निहाल ने बताया कि उन्होंने इन ताजियों को चार महीने में तैयार किया है। स्कूल में छुट्टियां हो गई थी। ऐसे में पढ़ाई का कोई दबाव भी नहीं था। उन्होंने बताया कि इन ताजियों की यूं तो कोई कीमत नहीं होती, लेकिन लोग जितने में इन्हें लेना चाहें उतने में खरीद लेते हैं। सबसे खूबसूरत ताजिए ये इस वजह से हैं, क्योंकि इन्हें बांस की लकड़ी और कागज से बनाया गया है। इन्हें बनाने में 4 महीने के 12 से 13 घंटे लगे हैं। यह काले, हरे और लाल रंग के हैं। वजन में बहुत भारी हैं। इनमें मोतियां भी लगाई गई हैं। ये हर एक आकार के हैं। इन्हें मकबरे के आकार का बनाया गया है। इसलिए यह लोगों को काफी अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।

दो लाख में हुए बुक
ताजियों को आज से लोग अपने घर ले जाना शुरू कर देंगे। यही वजह है कि निहाल के यह खूबसूरत ताजियों को दो लाख रुपए में बुक किया जा चुका है। लखनऊ के ही रहने वाले एक शख्स ने इन्हें दो लाख रुपए में बुक किया है। निहाल और उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी अच्छी नहीं है, लेकिन अब इन ताजियों के दो लाख रुपए में बिकने से वह और उनका परिवार काफी खुश है।

2000 से लेकर 50 हजार रुपये तक के ताजिए
नवाबों और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल लखनऊ शहर का सबसे पुराना बाजार काजमैन में रंग बिरंगे खूबसूरत ताजिए सजकर तैयार हो चुके हैं। यहां पर ताजियों की कीमत 2000 रुपये से लेकर 50 हजार रुपये तक है। पुराने लखनऊ में 100 साल पुराना बाजार है जिसे काजमैन कहते हैं। यहां पर रंग बिरंगे खूबसूरत ताजिये सज गए हैं। इन ताजियों में आपको लकड़ी के बने चांदी और सोने की पोलिश के ताजिÞए नजर आ रहे हैं जिनकी कीमत 40 हजार से लेकर 50 हजार तक है। इस बाजार में पांच फीट लंबे ताजिÞए भी बिक रहे हैं, जिन्हें लोग खरीद भी रहे हैं। इन्हें तीन माह से कारीगर तैयार कर रहे थे। अब ये तैयार हैं। इनकी कीमत 8 हजार से लेकर 25 हजार रुपए तक है। सबसे महंगे ताजिए आप सामने देख रहे हैं, जिनकी कीमत 30 हजार रुपए से लेकर 35 हजार रुपए तक है। इसमें लाल और हरे रंग के ताजिए हैं, जिन्हें लकड़ी से बनाया गया है। यह काफी भारी होते हैं। लखनऊ में तीन तरह के ताजिए बिक रहे हैं। पहले मोम, दूसरा लकड़ी और चौथा कागज का। बात करें आकार की तो एक फीट से लेकर 10 फीट तक के ताजिÞए मिल रहे हैं। यही है लखनऊ का सौ साल पुराना काजमैन बाजार जहां पर ताजिÞए मिल रहे हैं।

RELATED ARTICLES

डिजाइनर दीये और सुगंध वाली मोमबत्ती से रोशन होगी दिवाली

लखनऊ। दिवाली के चलते घर को सजाने के लिए बाजार में डिजाइनर दीये से लेकर रंग-बिरंगी सुगंध वाली मोमबत्तियों की काफी वैरायटी है। पूजा...

1 लाख 80 हजार की मूर्ति बनी आकर्षण का केन्द्र

इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ट्रेड शो का आयोजनलखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक बड़ा व्यापारिक मेला लगा है। इस...

आओ जी आओ घूमर… की प्रस्तुति पर झूम उठे लोग

म्हारी संस्कृति महारा देश थीम पर हुआ आयोजनमेले मे मुख्य आकर्षण रहा 6 फुट की साइकिल ब्रांड अगरबत्ती, जो पूरे 24 घंटे चलती है लखनऊ।...

Latest Articles