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जो नर दुख मै दुख नही मानै, सुख सनेहो अर मै नही जाकै…

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डॉ. आनन्द चतुर्वेदी ने होम्यो उपचार के महत्त्व व लाभ के बारे में दी जानकारी

विश्व होम्योपैथी दिवस 2024

नई दिल्ली। प्रति वर्ष 10 अप्रैल को ‘विश्व होम्योपैथी दिवस’ मनाया जाता है। यह दिवस होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुअल हैनीमैन के सम्मान में उनकी जयंती पर मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य होम्योपैथी चिकित्सा पद्धती के प्रति लोगों को जागरूक किया जाना है।

इस अवसर पर दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय होम्योपैथिक संगोष्ठी का उद्घाटन हुआ जिसमें वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉक्टर आंनद चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया प्रति वर्ष विश्व होम्योपैथी दिवस को एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है। वर्ष 2024 के लिए विश्व होम्योपैथी दिवस की थीम – “होम्योपरिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार” है।

होम्योपैथिक दवा के महत्त्व को समझाते हुए बताया यह एक ऐसी चिकित्सा प्रणाली है, जो मानती है कि शरीर खुद को ठीक कर सकता है। होम्योपैथी दवाओं द्वारा काफी सालों से बीमारियों का उपचार किया जा रहा है, लेकिन हां कोरोना के बाद से लोग होम्योपैथिक उपचार को और ज्यादा अपना रहे हैं। यह दवाओं द्वारा रोगी का उपचार करने की एक ऐसी विधि है, जिसमें किसी स्वस्थ व्यक्ति में प्राकृतिक रोग का अनुरूपण करके समान लक्षण उत्पन्न किया जाता है। यह भी बताया की 80 से अधिक देशो में लोग होम्योपैथिक दवा से इलाज करा रहे है और होम्योपैथिक उपचार पर भरोसा करते है और भारत में 2 लाख से अधिक होम्योपैथिक डॉक्टर्स लोगो का उपचार कर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।