वित्त वर्ष 24 के लिए आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का पीएटी सालाना 21% बढ़कर 2,957 करोड़ रुपए


फाइनेंशियल रिजल्ट्स पर एक नज़र आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के निदेशक मंडल की हाल ही में आयोजित बैठक में 31 मार्च, 2024 को समाप्त तिमाही और वर्ष के लिए ऑडिट किए गए फाइनेंशियल रिजल्ट्स को मंजूरी दे दी गई।

वार्षिक लाभ

•वित्त वर्ष 24 में शुद्ध लाभ 21% बढ़कर 2,957 करोड़ रुपए हो गया, जो कि वित्त वर्ष 23 में 2,437 करोड़ रुपए था। दोनों वर्षों के ट्रेडिंग लाभ को छोड़कर, पीएटी में सालाना 28% की बढ़त दर्ज की गई

•कोर प्री-प्रोविजनिंग ऑपरेटिंग प्रॉफिट (ट्रेडिंग लाभ को छोड़कर पीपीओपी) वित्त वर्ष 24 में सालाना 31% की बढ़त के साथ 6,030 करोड़ रुपए हो गया, जो कि वित्त वर्ष 23 में 4,607 करोड़ रुपए था

•शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) 30% सालाना बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 16,451 करोड़ रुपए हो गई, जो कि वित्त वर्ष 23 में 12,635 करोड़ रुपए थी
•एयूएम के आधार पर वित्त वर्ष 24 में शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़कर 6.36% हो गया, जो कि वित्त वर्ष 23 में 6.05% था
•वित्त वर्ष 2024 में 40% सालाना बढ़त के साथ शुल्क और अन्य आय 5,795 करोड़ रुपए हो गई, जो कि वित्त वर्ष 2023 में 4,142 करोड़ रुपए थी
•वित्त वर्ष 24 के लिए खुदरा शुल्क, कुल शुल्क का 93% है
•कोर ऑपरेटिंग आय 33% सालाना वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 24 में 22,245 करोड़ रुपए दर्ज की गई, जो कि वित्त वर्ष 23 में 16,777 करोड़ रुपए थी
•परिचालन व्यय 33% सालाना बढ़त के साथ वित्त वर्ष 24 में 16,216 करोड़ रुपए दर्ज किया गया, जो कि वित्त वर्ष 23 में 12,170 करोड़ रुपए था
•सालाना 43% वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 24 में प्रावधान 2,382 करोड़ रुपए दर्ज किया गया, जो कि वित्त वर्ष 2023 में 1,665 करोड़ रुपए था
•वित्त वर्ष 24 के लिए औसत फंडेड एसेट्स के प्रतिशत के रूप में क्रेडिट लागत 1.32% रही
•वित्त वर्ष 24 के लिए आरओए 1.10% रहा, जबकि आरओई 10.30% रहा

त्रैमासिक लाभ

•वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 724 करोड़ रुपए दर्ज किया गया, जबकि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में यह 803 करोड़ रुपए था। वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही के लिए कर पश्चात लाभ (पीएटी) वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में पहले से उल्लिखित एकमुश्त वस्तुओं को छोड़कर 701 करोड़ रुपए था
•सालाना 24% वृद्धि के साथ शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 4,469 करोड़ रुपए दर्ज की गई, जो कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 3,597 करोड़ रुपए थी
•सालाना 36% वृद्धि के साथ शुल्क और अन्य आय वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 1,610 करोड़ रुपए दर्ज की गई, जो कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 1,181 करोड़ रुपए थी
•परिचालन व्यय वित्त सालाना 29% बढ़त के साथ वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 4,447 करोड़ रुपए हो गया, जो कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 3,436 करोड़ रुपए था
•तिमाही के लिए कोर पीपीओपी (ट्रेडिंग लाभ को छोड़कर प्री-प्रोविजनिंग ऑपरेटिंग प्रॉफिट) सालाना 22% बढ़कर वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 1,632 करोड़ रुपए हो गया, जो कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 1,342 करोड़ रुपए था
•सालाना 50% की बढ़त के साथ प्रावधान वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही में 722 करोड़ रुपए दर्ज किया गया, जो कि वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 482 करोड़ रुपए था

जमा एवं उधार

•जमा प्रमाणपत्र सहित बैंक का कुल जमा सालाना 38.7% की बढ़त के साथ 31 मार्च, 2024 तक 2,00,576 करोड़ रुपए दर्ज किया गया, जो कि 31 मार्च, 2023 तक 1,44,637 करोड़ रुपए था

•सालाना 41.6% बढ़त के साथ 31 मार्च, 2024 तक ग्राहक जमा 1,93,753 करोड़ रुपए दर्ज किया गया, जो कि 31 मार्च, 2023 तक 1,36,812 करोड़ रुपए था
•सालाना 31.7% की वृद्धि के साथ कासा जमा 31 मार्च, 2024 तक 94,768 करोड़ हो गया, जो कि 31 मार्च, 2023 तक 71,983 करोड़ रुपए था

•31 मार्च 2024 तक कासा अनुपात 47.2% था
•सालाना 45.7% वृद्धि के साथ 31 मार्च, 2024 तक खुदरा जमा 1,51,343 करोड़ रुपए हो गया, जो कि 31 मार्च, 2023 तक 1,03,870 करोड़ रुपए था
•कुल ग्राहक जमा के प्रतिशत के रूप में 31 मार्च, 2024 तक खुदरा जमा बढ़कर 78.1% हो गया, जो कि 31 मार्च, 2023 तक 75.9% था
•लिगेसी उच्च-लागत उधार 31 मार्च, 2024 तक घटकर 11,809 करोड़ रुपए हो गया, जो कि 31 मार्च, 2023 तक 17,673 करोड़ रुपए था
•बैंक ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान 135 नई शाखाओं की शुरुआत की और 31 मार्च, 2024 तक यह संख्या 944 तक पहुँच गई

लोन और एडवांस

•लोन और एडवांस (क्रेडिट विकल्प सहित) सालाना 25.1% की बढ़त के साथ 31 मार्च, 2024 तक 2,00,965 करोड़ रुपए हो गया, जो कि 31 मार्च, 2023 तक 1,60,599 करोड़ रुपए था
•31 मार्च, 2024 तक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट फाइनेंस अब कुल फंडेड एसेट्स का केवल 1.4% है
•शीर्ष 20 एकल उधारकर्ताओं का एक्सपोजर 31 मार्च, 2023 तक 7.0% से बढ़कर 31 मार्च, 2024 तक 5.7% हो गया
•वित्त वर्ष 24 के लिए इंक्रीमेंटल क्रेडिट टू डिपॉजिट अनुपात 76.2% दर्ज किया गया
•कुल क्रेडिट टू डिपॉजिट अनुपात 31 मार्च, 2023 को 107.0% से घटकर 31 मार्च, 2024 को 98.4% हो गया

एसेट्स क्वालिटी

•ग्रॉस एनपीए 31 मार्च, 2023 के 2.51% से 63 बीपीएस सुधार के साथ 31 मार्च, 2024 को 1.88% हो गया और क्यूओक्यू आधार पर 16 बीपीएस का सुधार हुआ
•नेट एनपीए 31 मार्च, 2023 के 0.86% से 26 बीपीएस सुधार के साथ 31 मार्च, 2024 को 0.60% हो गया और क्यूओक्यू आधार पर 8 बीपीएस का सुधार हुआ
•रिटेल, ग्रामीण और एसएमई फाइनेंस का जीएनपीए 31 मार्च, 2023 के 1.65% से 27 बीपीएस बढ़कर 31 मार्च 2024 तक 1.38% हो गया और क्यूओक्यू आधार पर 7 बीपीएस का सुधार हुआ
•रिटेल, ग्रामीण और एसएमई फाइनेंस का एनएनपीए 31 मार्च, 2023 के 0.55% से 11 बीपीएस सुधार के साथ 31 मार्च, 2024 तक 0.44% हो गया और क्यूओक्यू आधार पर 7 बीपीएस का सुधार हुआ
•इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग को छोड़कर, जो रन-डाउन मोड में है, बैंक का जीएनपीए और एनएनपीए 31 मार्च, 2024 तक क्रमशः 1.55% और 0.42% है
•रिटेल, ग्रामीण और एसएमई फाइनेंस पोर्टफोलियो में एसएमए-1 और 2 (31-90 डीपीडी जो प्री-एनपीए चरण है) 31 मार्च, 2024 तक 0.85% कम है (31 मार्च, 2023 तक 0.87% से कम)

•प्रोविजन कवरेज अनुपात (टेक्निकल राइट-ऑफ सहित) 31 मार्च, 2023 तक 80.29% से बढ़कर 31 मार्च, 2024 तक 86.58% हो गया
•कुल एसेट्स के प्रतिशत के रूप में नेट स्ट्रेस्ड एसेट्स (नेट एनपीए, नेट सिक्योरिटी रिसीट्स और नेट रिस्ट्रक्चर्ड एसेट्स सहित) घटकर 31 मार्च, 2024 को 0.56% हो गया, जो कि 31 मार्च, 2023 को 0.84% था

पूँजी की स्थिति

•31 मार्च, 2024 को बैंक की पूँजी पर्याप्तता 16.11% और सीईटी-1 अनुपात 13.36% दर्ज किया गया

मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ की टिप्पणियाँ
श्री वी वैद्यनाथन, मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, ने कहा,
“मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हमने बैंक में क्रेडिट सब्स्टीट्यूट सहित कुल जमा और लाभ के 4,00,000 करोड़ रुपए के ऐतिहासिक आँकड़े को पार कर लिया है। हमारे लिए यह बात और भी महत्वपूर्ण है कि एसेट क्वालिटी लगातार बनाए रखी जा रही है, जो क्रमशः 1.88% और 0.60% के सर्वश्रेष्ठ जीएनपीए और एनएनपीए के साथ हमारे इतिहास में सबसे कम है। उपरोक्त में सभी पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर लोन्स को पूरी तरह से शामिल किया गया है। इंफ्रास्ट्रक्चर लोन्स को छोड़कर, जीएनपीए और एनएनपीए क्रमशः केवल 1.55% और 0.42% हैं। एसेट क्वालिटी के सभी पैरामीटर्स स्थिर हैं।”

हमारी जमा राशि जुटाने की फ्रेंचाइजी हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हमारा सीएएसए अनुपात इंडस्ट्री में सर्वश्रेष्ठ में से एक है, जो लगभग 47% पर है। वित्त वर्ष 24 के लिए हमारा इंक्रीमेंटल क्रेडिट टू डिपॉजिट अनुपात 76% पर कम था। सीडी अनुपात घटकर 98.4% हो गया है, जो पहली बार 100% से कम है और हम इसे वित्त वर्ष 25 में और भी कम करने की उम्मीद करते हैं।

वर्ष 24 में पीएटी में सालाना आधार पर 21% की वृद्धि हुई है, जो 2957 करोड़ रुपए हो गया है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि कोर पीपीओपी (ट्रेडिंग लाभ को छोड़कर) 31% की वार्षिक वृद्धि के साथ, हमारे इतिहास में पहली बार एक वर्ष में 6,000 करोड़ रुपए को पार कर गया है। इतने बड़े पैमाने और मजबूत लाभप्रदायकता हमें भारतीय वित्तीय सेवाओं के शानदार अवसरों में भाग लेने की ताकत देते हैं। हम आत्मविश्वास और आशावाद से परिपूर्ण भविष्य की उम्मीद करते हैं।

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