नई दिल्ली। मथुरा में अपने साथ कथित तौर पर बदसलूकी करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुई अनुशासनात्मक कार्वाई को निरस्त किए जाने से नाराज चल रहीं प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पार्टी के प्रवक्ता होने का उल्लेख हटा दिया। सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
प्रियंका ने खुलकर विरोध दर्ज कराया था
मथुरा में कथित तौर पर बदसलूकी करने वाले कार्यकर्ताओं को फिर से पार्टी में वापस लिए जाने पर प्रियंका ने खुलकर विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने गत 17 अप्रैल को ट्वीट कर कहा था, बड़े ही दुख की बात है कि पार्टी खून-पसीना देकर काम करने वालों की बजाय मारपीट करने वाले गुंडों को अधिक वरीयता देती है। पार्टी के लिए मैंने अभद्र भाषा से लेकर हाथापाई तक झेली, लेकिन फिर भी जिन लोगों ने मुझे पार्टी के अंदर धमकी दी, उनके खिलाफ कोई भी ठोस कार्वाई नहीं हुई। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
कार्यकर्ताओं ने उनके साथ कथित तौर पर बदसलू की थी
दरअसल, पिछले दिनों प्रियंका राफेल मामले पर संवाददाता सम्मेलन करने के लिए मथुरा में थीं जहां पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके साथ कथित तौर पर बदसलू की थी। उनकी शिकायत पर इन कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। बाद में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कार्यकर्ताओं द्वारा खेद प्रकट करने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्वाई को निरस्त किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि यूपीसीसी के इस कदम से नाराज प्रियंका ने ट्वीट करने के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को अपनी नाराजगी से अवगत कराया था।