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जो नर दुख मै दुख नही मानै, सुख सनेहो अर मै नही जाकै…

गुरु तेग बहादुर के प्रकाश पर्व पर सजा विशेष दीवान, हुआ नगर कीर्तनलखनऊ। सिखों के नौवें गुरु साहिब श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज...

मुखातिब हो, करीब भी हो, तुमको देखूं कि जवाब दूं!

परवेज अहमद
लखनऊ। वेयर डिड यू स्टाप (कहां रुक गये थे तुम)? लंदन ओलंपिक की पदक विजेता साइना नेहवाल ने कार के करीब पहुंचे स्टार शटलर पारुपल्ली कश्यप की ओर यह सवाल उछाला! जवाब में कश्यप ने उन्हें इस अंदाज में निहारा, मानो कहना चाहते हों-‘तुम मुखातिब हो, करीब भी हो, तुमको देखूं कि तुम्हारे सवाल का जवाब दूं।’ दिसंबर माह में शादी के बंधन में बंधने जा रहे स्टार शटलरों का ये अंदाज देख, समर्थकों के चेहरे खिल उठे। कुछ ने तालियां बजायीं। जिसका एहसास होते ही कश्यप ने इस अंदाज में हाथ उठाया, जिससे साइना का चेहरा उनकी हथेली की ओट में आ जाये और कैमरों के लेंस भावों को हमेशा के लिये कैद करने से वंचित हो जाएं।

जहां कश्यप से उनकी निगाहें मिल सकें

बीबीडी अकादमी में चल रही सैयद मोदी बैडमिन्टन के कोर्ट नम्बर-2 में बुधवार को एकल मुकाबले में साइना ने मलेशिया की अपनी प्रतिद्वंद्वी कॉट कू कन को आसानी से हरा दिया। कुछ देर बाद उनके दोस्त व होने वाले जीवन साथी पारुपल्ली कश्यप थाईलैंड के तानोंगसा सेन बून्सक के खिलाफ इसी कोर्ट में उतरे। शरुआती पांच-सात मिनट में तानोंगसा कश्यप पर भारी प्रतीत होने लगे। जिमनेजियम की केबल टीवी पर यह दृश्य देखते ही नेहवाल जिम छोड़कर सीधे मीडिया गैलरी में पहंच गयीं। जहां वह ऐसे एंगल पर बैठीं, जहां कश्यप से उनकी निगाहें मिल सकें। मैच के दौरान पॉइंट बनने या सर्विस टूटने पर कुछ सेकेन्ड का जब भी मौका मिला, साइना ने इशारों में कश्यप को कुछ बताया।

मैच कश्यप ने आसानी से जीता

संभवत: वह प्रतिद्वंद्वी की कमजोरी की ओर संकेत कर रही थी। मैच कश्यप ने आसानी से जीता। खास बात दोनों के रिश्तों की गर्माहट और उनकी केमेस्ट्री रही। जिससे हर किसी ने महसूस किया। अपने-अपने मैच जीतने के बाद दोनों प्लेयर लाउंज में एक दूसरे के साथ ही गपशप में मशगूल रहे। बैडमिंटन एसोसिएशन के लोगों से भी मिले। कुछ खिलाड़ियों से मेल-मुलाकात का सिलसिला भी चला। …और तकरीबन 2 बजकर 40 मिनट पर साइना नेहवाल अकादमी से होटल के लिए निकली। गेट पर आयीं ढेरों लड़के- लड़कियों ने तस्वीर का आग्रह किया। एक मिनट रुकी। बोंली, सब एक साथ आओ। कुछ बैठ जाओ। बैडमिंटन के अंखुओं के चेहरों पर रौनक फैल गयी।

कुछ जमीन पर बैठ गए, कुछ करीब खड़े हो गये

कुछ जमीन पर बैठ गए, कुछ करीब खड़े हो गये। फोटोग्राफरों के फ्लैश चमकने बंद हुए तो साइना कार में बैठ गयी। पांच मिनट से कुछ ज्यादा ही गुजरा होगा। साइना ने चारो ओर निगाहें दौड़ायीं। मानों किसी को खोज रही हों। फिर पीली टी-शर्ट में अगली सीट पर बैठी महिला पीएस को इशारा किया। जिसे समझ कर वह कार से उतरी और सीधे वहीं गयी, जहां पारुपल्ली कश्यप रुक गये थे। कहा-सी इज वेटिंग? कश्यप उसके पीछे-पीछे चल पड़े। वहां मौजूद समर्थकों ने अपने चहेते सितारों की मौजूदगी के पलों को मोबाइल, निगाहों में हमेशा के लिए कैद कर लेने की कोशिशें शुरू कीं।…तब तक कार का गेट खुला और लेफ्ट साइड से कश्यप कार में घुसे भी नहीं थे कि साइना ने अंग्रेजी में सवाल उछाला। जिसका अर्थ था ‘तुम कहां रुक गये थे ?’ कश्यप कुछ बोले नहीं।

कश्यप मुस्कुराये। जिसमें आत्मीय भाव प्रतीत था

साइना ने फिर सवालिया अंदाज में अपना चेहरा उनकी ओर किया। कश्यप मुस्कुराये। जिसमें आत्मीय भाव प्रतीत था। बैडमिन्टन की दुनिया में मुस्तकबिल बनाने को प्रयासरत खिलाड़ी, और इस खेल में दिलचस्पी रखने वाले जानते हैं, यह स्टार शटलर जल्द ही जिंदगी के नए सफर में निकलने वाले हैं। लिहाजा वे भी मुस्कुराये। कुछ सिर्फ केमेस्ट्री देखकर खिलखिला पड़े। कश्यप ने मानों इसे समझा और इशारा किया। जिसका आशय लगाया जा सकता है किं-‘दूसरे के प्यार के बारे में इतना नहीं सोचा जाता…बस आप सब अपनी आंखों का सफर खत्म कर लें।’…और यह उनकी कार चल पड़ी।
ध्यान रहे कुछ दिन पहले ही साइना नेहवाल ने कहा, ‘मैं 20 दिसंबर से शुरू होने वाले टूनार्मेंट में व्यस्त हो जाऊंगी। उसके बाद मुझे टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफायर्स खेलने हैं।

2005 से पुलेला गोपीचंद से ट्रेनिंग ले रहे हैं

तो इसलिए मेरे पास एक तारीख बची है (16 दिसंबर) जिस दिन हम शादी कर सकते हैं।’ पारुपल्ली कश्यप और सायना 2005 से पुलेला गोपीचंद से ट्रेनिंग ले रहे हैं। दोनों ने अक्सर अपने रिश्ते को लेकर इनकार किया, वो 10 सालों से एक दूसरे को डेट कर रहे हैं। साइना ने कहा था- , ‘हम 2007-08 से बड़े टूनार्मेंट खेलने के लिए बाहर जाने लगे। हमने साथ में टूनार्मेंट खेले, साथ ही ट्रेनिंग की और धीरे-धीरे एक दूसरे के खेल में दिलचस्पी लेने लगे। कॉम्पिटिशन से भरी इस दुनिया में किसी के करीब आना मुश्किल होता है। मगर हम एक-दूसरे से बातचीत कर पाए और धीरे-धीरे करीब आये।’ बैडमिंटन के कोर्ट से शादी के बंधन में बंधने वाली यह दूसरी जोड़ी होगी। नेहवाल और कश्यप से पहले ज्वाला गुट्टा और चेतन आनंद शादी के बंधन में बंधे थे। वह शादी टिक नहीं पाई। 6 साल बाद ही दोनों एक दूसरे से अलग हो गए थे।