कोलकाता। माकपा नीत वाम मोर्चा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 13 और सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी।
38 उम्मीदवारों के नाम…
वाम मोर्चा राज्य के लिए अब तक 38 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर चुका है। हालांकि, माकपा ने कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे के लिए बातचीत का रास्ता खुला रखते हुए कहा कि उसने शेष उन चार सीटों के लिए नामों का ऐलान नहीं किया है, जहां पर कांग्रेस ने 2014 में जीत हासिल की थी। मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने कहा कि गठबंधन के लिए कल शाम तक कांग्रेस की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब आया तो 38 उम्मीदवारों की सूची में फेरबदल भी हो सकता है।
जिसपर माकपा ने 2014 में जीत हासिल की
एक दिन पहले कांग्रेस ने 11 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की थी जिसमें रायगंज और मुर्शिदाबाद की दो सीटें भी थीं, जिसपर माकपा ने 2014 में जीत हासिल की थी। बोस ने यहां संवाददाताओं से कहा, हमने 38 उम्मीदवारों की एक सूची घोषित की है। हमने बाकी उन चार सीटों के लिए नामों का ऐलान नहीं किया है, जहां पर कांग्रेस पिछली बार (2014) जीती थी। हम कांग्रेस के जवाब के लिए बुधवार शाम तक इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा, अगर जवाब नहीं आया तो हम बाकी चार सीटों के बारे में निर्णय करेंगे। सकारात्मक जवाब आया तो चीजें बदलेंगी। मैंने आज जिस सूची की घोषणा की उसे बदल भी सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है सद्बुद्घि आएगी।
राज्य में भाजपा विरोधी
राज्य में भाजपा विरोधी और तृणमूल कांग्रेस विरोधी अधिकतम वोटों को एकजुट करने की जरूरत का कांग्रेस को अहसास होगा। जवाब में, कांग्रेस प्रदेश समन्वय समिति के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्य ने पीटीआई भाषा से कहा, हम इस तरह के अल्टीमेटम के सामने नहीं झुकेंगे। हमारी पार्टी की एक नीति है और हम जल्दबाजी में फैसला नहीं करते हैं। हमने मामले पर चर्चा की है। देखते हैं क्या होता है। वाम मोर्चा ने पिछले शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में 25 सीटों के लिए अपनी पहली सूची की घोषणा करते हुए 17 सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी थी।