संत कबीर नगर (उप्र)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा-बसपा गठबंधन को दंगा कराने वालों का गठबंधन बताते हुए शुक्रवार को जनता का आह्वान किया कि इस गठजोड़ से किसी भी तरह की दोस्ती का मतलब आत्महत्या करने जैसा होगा। योगी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर भी निशाना साधा।
सपा-बसपा का गठबंधन सिर्फ भ्रष्टाचार
मुख्यमंत्री ने डुमरियागंज और खलीलाबाद लोकसभा क्षेत्रों से भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में आरोप लगाया कहा, सपा-बसपा का गठबंधन सिर्फ भ्रष्टाचार और लूट-खसोट की रिश्तेदारी है। यह दंगा कराने वालों का गठबंधन है। सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाला तथा गरीबों और वंचितों के हक को हड़पने वाला गठबंधन है। इससे किसी भी प्रकार की दोस्ती का मतलब आत्महत्या करने जैसा होगा। उन्होंने कहा कि संत कबीर ने कहा था कि जब दो झूठे मिल जाते हैं तो उनमें परस्पर स्नेह बढ़ जाता है। यही स्नेह इस वक्त सपाबसपा गठबंधन के बीच में देखा जा रहा है।
योगी ने कहा, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव
योगी ने कहा, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव (प्रियंका गांधी) कह चुकी हैं कि कांग्रेस वोटकटवा की भूमिका में है… जब कांग्रेस वोटकटवा है तो लोग उसे वोट देकर अपना वोट खराब नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों ने आतंकवाद के आगे घुटने टेक दिये थे। अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद गरीबों और किसानों तथा नौजवानों के भले के लिये काम करने के बजाय सबसे पहले आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने की पहल की थी। आतंकवाद की पैरवी करना देशद्रोह है। ये आतंकवादी देश की सुरक्षा के लिये खतरा हैं। सपा, बसपा कांग्रेस इस खतरे के प्रति नरम क्यों हैं?
जय श्रीराम का नारा क्यों लगाते हैं
योगी ने कहा कि जिन्हें देश की पुख्ता सुरक्षा और विकास कार्य अच्छे नहीं लग रहे हैं, वे लोग ही मोदी का विरोध कर रहे हैं। विरोध की हद भी देखिये, कहां तक जाती है। कोई कह रहा है कि जय श्रीराम का नारा क्यों लगाते हैं, कोई कहता है कि राम का वजूद ही नहीं था। उन्होंने कहा कि पांच चरणों के चुनाव के बाद सपा, बसपा, कांग्रेस और अन्य विपक्षियों में जो खलबली मची हुई है वह इस बात को दिखाती है कि वे लोग अपनी हार मान चुके हैं और इसीलिये अब गालीगलौज पर उतारू हो गये हैं। योगी ने कहा कि यह देश को यशस्वी नेतृत्व देने का चुनाव है। इस चुनाव में नाली, खडंजा, सड़क, बिजली, पानी ज्यादा मायने नहीं रखते। इसके लिये देश की सुरक्षा और समृद्धि महत्वपूर्ण है।