नई दिल्ली। केरल के वायनाड से भी राहुल गांधी के लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद रविवार को उत्तर प्रदेश के अमेठी जिला की कांग्रेस इकाई ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष के लिए अमेठी एक परिवार है। गौरतलब है कि राहुल कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले अमेठी से 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में विजई हुए थे।
वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला किया है
कांग्रेस की अमेठी इकाई के अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा ने बताया, उन्होंने (राहुल ने) पार्टी कार्यकर्ताओं की मांग और भावनाओं को ध्यान में रखते हुए केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अमेठी परिवार है और परिवार हमेशा के लिए रहता है। वर्ष 2014 में भाजपा द्वारा अमेठी सीट पर स्मृति ईरानी को उम्मीदवार के रूप में उतारने के बाद वहां कांग्रेस के जीत के अंतर में आई कमी के बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने कहा कि पिछली बार देश भर में झूठ का बोलबाला था। उन्होंने भरोसा जताया कि इस बार राहुल पांच लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल करेंगे।
पांच लाख वोटों से अधिक के अंतर से जीतने जा रहे
उन्होंने दावा किया, इस बार वह (राहुल) पांच लाख वोटों से अधिक के अंतर से जीतने जा रहे हैं। पिछली बार (2014 में) देश में अलग माहौल था। उस बार देश भर में झूठ की परेड चल रही थी, यही कारण है कि जीत में मतों का अंतर घट गया था। मिश्रा ने कहा कि वायनाड से राहुल के चुनाव लडऩे का अमेठी में कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा और पार्टी कार्यकर्ता उनकी चुनावी संभावना को लेकर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, हमारा मनोबल ऊंचा है और हम हर गली में और नुक्कड़ पर जा रहे हैं । राहुल जी यहां अपना नामांकन दाखिल करने आ रहे हैं और वह पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। उल्लेखनीय है कि अमेठी में राहुल ने 2009 के आम चुनाव में 6. 46 वोटों में 4. 64 वोट हासिल किए थे, जबकि 2014 में 8. 74 वोटों में उन्हें 4. 08 लाख वोट मिले थे।