वैसाख पूर्णिमा पर 11 वेदियों से की गयी गोमती आरती

भगवान बुद्ध की स्मृति में भी दीप भी प्रज्जवलित किए गए
लखनऊ। वैशाखा मास की पूर्णिमा पर शुक्रवार को डालीगंज में स्थित प्राचीन श्रीमनकामेश्वर मंदिर के उपवन घाट पर नमोस्तुते मां गोमती की आरती की गई। मंदिर की महंत देव्यागिरी के सानिध्य में 11 वेदियों से आरती हुई। इस अवसर पर शंख-घंटों और मंत्रोच्चारण की ध्वनि से तट का वातावरण गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर भगवान बुद्ध की स्मृति में भी दीप भी प्रज्जवलित किए गए।
मंदिर की ओर से प्रत्येक माह की पूर्णिमा पर होने वाली आरती की कड़ी में वैशाख की पूर्णिमा को भी भव्य आरती हुई। आचार्य ने आरती के समय मंत्रोच्चार किया और पूजन सम्पन्न कराया। इससे पहले मंदिर की मुख्यकार्यकर्ता सहित अन्य सेवादारों ने वेदियों पर रंगोली सजाई और दीप प्रज्जवलित किए। इस अवसर पर भगवान बुद्ध के शांति सन्देश का प्रचार हुआ। आरती में शामिल होने आए श्रद्धालुओं ने गोमती स्वच्छता का भी संकल्प लिया। मंदिर श्रीमहंत देव्यागिरी जी महाराज ने कहा कि भगवान बुद्ध इस संसार में शांति के दूत बनकर आए। उन्होंने दुनियां को शांति का संदेश दिया। सत्य के मार्ग पर चलने और दया की भावना को प्रचारित किया। कहा कि आज विश्व में जब कई जगहों पर युद्ध और हिंसा का माहौल बना हुआ तो ऐसे मे भगवान बुद्ध का संदेश शांति की राह पर लाने वाला है।

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