कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रोज वैली और शारदा पोंजी घोटाला मामलों में सीबीआई की ओर से तलब किए गए कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के प्रति रविवार को अपना समर्थन जताया और भाजपा नेतृत्व पर बदले की भावना वाली राजनीति करने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भगवा पार्टी पुलिस और अन्य संस्थानों को नियंत्रण में लेने के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रही है।
The highest levels of the BJP leadership are doing the worst kind of political vendetta. Not only are political parties their targets, they are misusing power
to take control of the police and destroy all institutions. We condemn this 1/2— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 3, 2019
राजनीतिक बदले की ओछी भावना से काम कर रहा
बनर्जी ने ट्वीट किया, भाजपा नेतृत्व का शीर्ष स्तर राजनीतिक बदले की ओछी भावना से काम कर रहा है। न सिर्फ राजनीतिक दल उनके निशाने पर हैं बल्कि पुलिस को नियंत्रण में लेने और संस्थानों को बर्बाद करने के लिए वे सत्ता का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। हम इसकी निंदा करते हैं। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को दावा किया कि कुमार फरार हैं और शारदा एवं रोज वैली पोंजी घोटालों के सिलसिले में उनकी तलाश की जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि आईपीएस अधिकारी ने इन घोटालों की जांच कर रहे पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष जांच दल का नेतृत्व किया था और वह एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए भेजे नोटिसों का जवाब नहीं दे रहे हैं।
बनर्जी ने आरोप लगाया
बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा कुमार के बारे में झूठ फैला रही है। कुमार 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और जनवरी 2016 में उन्होंने शहर के पुलिस प्रमुख का कार्यभाल संभाला था। बनर्जी ने कहा, कोलकाता पुलिस आयुक्त दुनिया में सबसे बेहतरीन अधिकारियों में शुमार हैं। उनकी सत्यनिष्ठा, बहादुरी और ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। वह चौबीसों घंटे काम करते हैं। आप झूठ फैलाते हैं, झूठ हमेशा झूठ ही रहेगा। बहरहाल कोलकाता पुलिस की ओर से जारी बयान में सीबीआई के दावों को आधारहीन बताते हुए इसे खारिज किया गया है। बयान के अनुसार, यह सब आधारहीन खबरें हैं।
कृपया ध्यान दें
कृपया ध्यान दें कि सीपी (पुलिस आयुक्त) कोलकाता न सिर्फ शहर में मौजूद हैं बल्कि 31.01.2019 को छोड़कर वह नियमित रूप से दफ्तर भी आ रहे हैं, उस दिन वह छुट्टी पर थे। इसमें बिना उचित पुष्टि के इस तरह की भ्रामक खबरें फैलाने के लिए सख्त कानूनी कार्वाई की चेतावनी दी गई है। बयान के अनुसार, सभी संबंधित लोग कृपया इस बात पर ध्यान दें कि अगर बिना उचित पुष्टि के इस तरह की खबरें फैलाई गईं तो कोलकाता पुलिस सीपी कोलकाता और कोलकाता पुलिस दोनों को बदनाम करने के लिए सख्त कानूनी कार्वाई शुरू करेगी।