लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा पिछले महीने सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार दो संदिग्ध आतंकवादियों ने जैश-ए-मोहम्मद में नौजवानों की भर्ती करने की बात कथित तौर पर स्वीकार करते हुए कई अहम जानकारियां दी हैं।
एटीएस के अपर पुलिस महानिदेशक असीम
एटीएस के अपर पुलिस महानिदेशक असीम अरुण ने मंगलवार को यहां बताया कि पिछली 22 फरवरी को देवबंद से गिरफ्तार शाहनवाज तेली और आकिब अहमद की रिमांड अवधि आज समाप्त हो गई। इस दौरान यूपी एटीएस के अलावा कई अन्य एजेंसियों ने भी दोनों अभियुक्तों से पूछताछ की। उन्होंने दावा किया कि पूछताछ में दोनों संदिग्ध आतंकवादियों ने कई अहम जानकारियां दी हैं। दोनों ने जैश-ए-मोहम्मद के लिए नई भर्तियां करने की बात स्वीकार की है। पूछताछ में इन दोनों के जैश और हिज्बु़ल के कई दुर्दांत आतंकवादियों से कथित संबंध होने के सबूत भी मिले हैं। अरुण ने बताया कि इन संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए वर्चुअल नंबर भी मिल गए हैं, जिनके संबंध में तकनीकी परीक्षण किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी जाने के सुबूत मिले
इसके अलावा जैश के एक बड़े पदाधिकारी के देवबंद आकर उनसे मुलाकात करने और उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी जाने के सुबूत मिले हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए गए बीबीएम चैट और व्हाट्सएप जीबी चैट का डेटा खंगालने पर कई अहम जानकारियां मिली हैं। इसके अलावा पूछताछ में कई अन्य संदिग्ध लोगों के नाम सामने आए हैं जिनके बारे में यूपी एटीएस जांच कर रही है। अरुण ने बताया कि आकिब और शाहनवाज से इस बात की तह में जाने के लिए गहराई से पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने नई भर्ती के मकसद से किन-किन युवकों से संपर्क किया था।
वर्चुअल नंबरों का विवरण प्राप्त करके
इसके अलावा, वर्चुअल नंबरों का विवरण प्राप्त करके वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। साथ ही जैश के पदाधिकारी द्वारा उत्तर प्रदेश में जिन लोगों से संपर्क किया गया, उन व्यक्तियों से पूछताछ होगी। मालूम हो कि यूपी एटीएस ने पिछली 22 फरवरी को देवबंद में बिना दाखिला लिए छात्र बनकर रह रहे शाहनवाज और आकिब को गिरफ्तार किया था। इनमें से शाहनवाज जम्मू-कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला है। वहीं, आकिब पुलवामा का निवासी है। दोनों पर आरोप है कि वे जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय सदस्य हैं और देवबंद में रहकर जैश में भर्ती के लिए नौजवानों की तलाश कर रहे थे। इनमें से शाहनवाज हैंड ग्रेनेड बनाने और उन्हें चलाने का माहिर बताया जाता है।