नयी दिल्ली. केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर राहुल गांधी की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति एवं कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया और कहा कि कांग्रेस का इतिहास खून से सना है और विपक्ष को महिला सुरक्षा, गरीब कल्याण, नौजवानों के हितों एवं देश के विकास से कोई सरोकार नहीं है।
लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि पूरे देश ने देखा कि राहुल गांधी ने भारत माता की हत्या की बात की और कांग्रेस के लोग यहां मेज थपथपा रहे थे, संसदीय इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच ईरानी ने केंद्र में कांग्रेस की सरकार के समय हुए 1984 के सिख विरोधी दंगों और कश्मीर में अशांति एवं कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार तथा आपातकाल के मुद्दे उठाए और कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधा।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में राहुल गांधी के एक बयान के जवाब में कहा, मणिपुर खंडित नहीं है, यह भारत का अभिन्न हिस्सा है। ईरानी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने न सिखों के साथ इंसाफ किया, न ही नौजवानों, किसानों के हितों की चिंता की और न ही महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान दिया।
ईरानी ने कहा, ऐसे में जो देश के लोगों, महिलाओं, गरीबों और नौजवानों की बात कर रहा है उस पर देश फिर से विश्वास करेगा। 2024 में फिर से नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी। उन्होंने कहा, देश कभी भी उनकी (राहुल गांधी) माताजी के हाथों में देश की तिजोरी की चाबी नहीं देगा।
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