इंफाल। मणिपुर में एक दिन पहले राजभवन की ओर कूच करने का प्रयास कर रहे छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प होने के बाद बुधवार को यहां स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में रही। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मणिपुर की राजधानी में मंगलवार दोपहर को लगाया गया कर्फ्यू आज सुबह भी जारी रहा, जबकि अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिसकर्मी इंफाल में लगातार गश्त कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में है। राज्य में मंगलवार को राजभवन की ओर कूच करने के दौरान छात्रों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई थी। मणिपुर सरकार ने मंगलवार शाम एक संशोधित आदेश जारी करके कहा कि छात्रों के उग्र आंदोलन के मद्देनजर इंटरनेट सेवा राज्य के केवल पांच जिलों में निलंबित रहेगी।
मणिपुर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और राज्य के सुरक्षा सलाहकार को पद से हटाने की मांग को लेकर दबाव बनाने के लिए प्रदर्शनकारी छात्रों ने राजभवन की ओर कूच करने का प्रयास किया था। पुलिस ने बताया कि इंफाल के ख्वाइरामबंद और काकवा नाओरेम लेइकाई इलाकों में प्रदर्शनकारी छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया जिसके चलते उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
एक छात्र संगठन ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई झड़प में 55 से अधिक छात्र घायल हो गए और उन्हें रिम्स (रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राजभवन की ओर से मंगलवार देर रात जारी बयान में कहा गया, छात्रों के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया कि प्रतिनिधियों ने राज्यपाल से उनकी मांगों को पूरा करने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया।
बयान में कहा गया कि राज्यपाल ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह छात्रों और मणिपुर की जनता के सर्वाेत्तम हित में कदम उठाएंगे। इस बीच, पुलिस ने एक बयान में कहा कि कांगपोकपी जिले में तलाश अभियान के दौरान हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए।