लखनऊ। तहजीब के शहर-ए-लखनऊ की हर शाम निराली है। गंगा जमुनी रंग को अपने आंचल में समेटे शाम-ए-अवध रविवार को श्रीकृष्ण के छठोत्सव के उल्लास में मुस्कुरा उठी। लक्ष्मण नगरी में हर ओर शाम ढलने के साथ शुरू हुआ उल्लास देर रात तक चरम पर पहुंच गया। कई स्थानों पर श्रद्धालुओं को नंदलाल को पालने में झुलाने का अवसर भी दिया गया। यही नहीं मंदिरों की ओर से फेसबुक व सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म से भी आयोजन का प्रसारण कर श्रद्धालुओं को घर में ही दर्शन कराए गए। छठोत्सव के साथ ही श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के आयोजन का समापन हो गया। कई जगह शनिवार को ही छठी उत्सव मनाया गया था।
इन मंदिरों में भी हुई पूजा:
आलमबाग के सनातन मंदिर में श्रीराम दरबार के बीच श्रीकृष्ण के अवतरण की झांकी का छठोत्सव के साथ समापन हुआ। रिजर्व पुलिस लाइन में मंदिर परिसर में सुरक्षा इंतजामों के साथ छठोत्सव मनाया गया। बंगलाबाजार के श्रीराम जानकी मंदिर और चंद्रिका देवी मंदिर में भी पूजन के साथ देर रात श्रीकृष्ण की आरती के साथ छह दिवसीय उत्सव का समापन हुआ। कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी शनि मंदिर, इंद्रलोक कॉलोनी के इंद्रेश्चर मंदिर, मानस नगर के तुलसी मानस मंदिर, श्री संकट मोचन मंदिर के अलावा बड़ा व छोटा शिवाला, संदोहन देवी मंदिर व गुलाचिन मंदिर समेत सभी मंदिरों में पूजन के साथ छठोत्सव मनाया गया। वहीं घरों में भी छठोत्सच मनाकर श्रीकृष्ण की झांकी को विसर्जित की गई। आशियाना की अंजू रघुवंशी ने बताया कि घर में झूला बनाकर श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की गई। परिवार के सभी लोगों ने मिलकर पूजन किया। कृष्णानगर की मानस नगर निवासी रंजना सिंह ने बताया कि पूजन और प्रसाद वितरण के साथ समापन हुआ।
श्री श्याम भक्त परिवार में धूमधाम से मना श्री कृष्ण छठी उत्सव
लखनऊ। श्री श्याम भक्त परिवार एवं श्री श्याम परिवार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्री कृष्ण छठी उत्सव की महफिल को सजाने के लिए कोलकाता के विकास झांए हिसार के मास्टर राघवए लखनऊ के पवन मिश्रा श्री खाटू श्याम मंदिर लखनऊ में सजे बाबा श्याम के दरबार पहुँचे थे। मीडिया प्रभारी मोहित मित्तल ने बताया कि भक्त परिवार द्वारा बाबा श्याम का उत्सव बहुत ही प्रेम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मीडिया प्रभारी मोहित मित्तल ने बताया कि उत्सव का शुभारम्भ शाम 8 बजे राजेन्द्र पांडेय गुरु जी एवं अन्य पुजारियों के सान्निध्य में श्री श्याम प्रभु खाटू वाले के पूजन से किया गया तत्पश्चात श्री श्याम प्रभु की आरती की गयी। मीडिया प्रभारी मोहित मित्तल ने बताया कि भजन संध्या से पूर्व सर्वप्रथम लखनऊ के पवन मिश्रा ने वंदना कर भगवान गणेश जी के चरणों में सेवा अर्पित की। भजन संध्या का शुभारंभ हिसार के मास्टर राघव ने मेरे लाडले गणेश प्यारे.प्यारे, किसी की नैया का मांझी बन जाता है, सांवरिया तेरे प्यार ने दीवाना कर दिया, कीर्तन की है रात, हारे के सहारे आजा, बाबा तेरा मेरा रिश्ता पुराना है, कोलकाता के विकास झां ने तुम सामने बैठे हो थोड़ी बात हो जाए, मैं हूँ तेरा नौकर तेरी हाजरी रोज लगाता हूं, मैं तुझसे दौलत क्या मांगू मैंने सुना तू यार गरीबों का जैसे भजनों की अविरल धारा प्रवाहित कर भक्तों को भाव.भाव.विभोर कर झूमने पर मजबूर कर दिया। भक्त परिवार के प्रेम अग्रवाल ने बताया कि बाबा श्याम का दरबार कोलकाता के कारीगरों द्वारा सजाया गया जो रंग.बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा था, बाबा श्याम के शीश पर स्वर्ण मुकुट में हीरा पन्ना, बेशकीमती मोतियों से अलंकृत है। बाबा श्याम का श्रृंगार कोलकाता के कारीगरों द्वारा विशेष तौर पर तैयार करायी गयी देशी-विदेशी, रंग-बिरंगे फूलों की मालाओं से किया गया, जिसका स्वरूप भक्तों के नैनों में समा गया। श्याम प्रभु के अनोखे स्वरूप के दर्शन के लिए हजारों की संख्या मे भक्तों का जनसैलाब था। बाबा श्याम के दरबार में भक्तों ने माथा टेक कर सकुशल भविष्य की प्रार्थना की। मंदिर प्रांगण को कोलकाता से आए कारीगरों द्वारा देशी.विदेशी, रंग-बिरंगे फूलों, रंग-बिरंगी चमचमाती लाइटों, रंगीन गुब्बारों, विभिन्न प्रकार की टॉॅफियों एवं खिलौनों से सजाया गया जोकि आकर्षण का केंद्र रहा। भक्त परिवार के विनय अग्रवाल ने बताया कि मध्यरात्रि में बाबा श्याम को छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। उत्सव के अंतिम चरण में भक्तों ने बाबा श्याम के संग फूलों की होली खेली। उत्सव के समापन पर भक्तों में बाबा श्याम को लगे हुए भोग का महाप्रसाद बांटा गया। उत्सव में भक्त परिवार के विनय अग्रवाल, प्रेम अग्रवाल, जितेंद्र गुप्ता, नीतेश मित्तल, आकाश शुक्ला, नरेंद्र शर्मा, दिनेश शर्मा, अशोक शर्मा, कमल अग्रवाल, रिंकू अग्रवाल, मोहित मित्तल सहित अन्य ने सहयोग प्रदान किया।