मुंबई। लोकसभा चुनाव के पहले गठबंधन नहीं होने की स्थिति में अपने पूर्व सहयोगी दलों को हराने संबंधी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की टिप्पणी पर हमला बोलते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ है।
भगवान हनुमान की जाति के बारे में चर्चा
भगवान हनुमान की जाति के बारे में चर्चा करने वालों पर तीखा हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि अगर इस तरह की टिप्पणी किसी अन्य धर्म के व्यक्ति ने की होती तो लोग उस व्यक्ति के दांत तोड़ देते। शिवसेना को परोक्ष तौर पर चेतावनी देते हुए शाह ने हाल ही में कहा था कि यदि गठबंधन हुआ तो भाजपा अपने सहयोगियों की जीत सुनिश्चित करेगी। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में अपने पूर्व सहयोगियों को पराजित कर देगी। इस बयान की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा मैंने किसी से पटक देंगे जैसे शब्द सुने हैं।
शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ
शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र की सरकारों में भाजपा की सहयोगी है। ठाकरे यहां वर्ली इलाके में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव की तुलना पानीपत की तीसरी लड़ाई से करने के लिए भी अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, आप एक बार जब लोगों का विश्वास खो देते हैं तो आपका कोई भी लड़ाई हारना तय है। जब लोग आप (भाजपा) पर अपना विश्वास खो देंगे तो वे आपको सत्ता से हटा देंगे। लोकसभा चुनाव के पहले मोदी लहर पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, शिवसेना ने अपनी यात्रा में कई लहरें देखी है।
शिवसेना ने चुनावों के पहले राम मंदिर
उन्होंने कहा कि भाजपा से उलट, शिवसेना ने चुनावों के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया है ताकि उनका पर्दाफाश किया जा सके जो हमेशा इसका उपयोग चुनावी मुद्दे के लिए करते आए हैं। ठाकरे ने कहा, हमें बताइए कि कांग्रेस किस प्रकार मंदिर निर्माण में बाधा डाल रही है। कांग्रेस को अपनी करनी का फल 2014 में मिल गया। पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का भी पद नहीं मिल सका। उन्होंने सवाल किया कि जब नीतीश कुमार की जदयू और रामविलास पासवान की लोजपा जैसी भाजपा की सहयोगी पार्टियां विरोध कर रही हैं तो वह मंदिर का निर्माण कैसे करेगी।
भाजपा को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए
उन्होंने कहा कि भाजपा को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। ठाकरे ने स्पष्ट किया कि जब उनकी पार्टी खोखले वादों की बात करती है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वे सरकार की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ भाजपा नेता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान विष्णु का अवतार कह रहे हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, भगवान विष्णु के अवतार कैसे राम मंदिर का निर्माण नहीं करवा पा रहे हैं।