लखनऊ। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार बनाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। इसके चलते राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भी पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। संघ के सह सर कार्यवाहक अरुण कुमार की उपस्थिति में मंगलवार को संघ, सरकार और भाजपा की एक समन्वय बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा के अलावा उसके अनुषांगिक संगठनों के प्रदेश पदाधिकारी भी मौजूद रहें, तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री और अन्य मंत्री भी शामिल हुए।
संघ ने सरकार और संगठन के साथ की समन्वय बैठक
जनहित कार्यों को लेकर चलाये जा रहे अभियान पर हुई चर्चा
सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन समेत अनुषांगिक संगठनों के प्रदेश पदाधिकारी भी रहें मौजूद
इस समन्वय बैठक के जरिए संघ ने योगी सरकार और भाजपा के कामकाज की जमीनी हकीकत को परखा। बैठक के दौरान सरकार और संगठन की ओर से जनहित में किये जा रहे कार्यों को निचले स्तर पर पहुंचने पर चर्चा हुई। साथ ही इस पर विशेष मंथन किया गया। इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह मौजूद रहें। उनके साथ ही सरकार के विभिन्न विभाग के मंत्री भी बैठक में शामिल हुए। बैठक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद, सरकार भारती, शैक्षिक महासंघ, सेवा, भारतीय किसान संघ सहित संघ के अनुषांगिक संगठनों के प्रतिनिधि व संघ के पदाधिकारी उपस्थित रहें। मंत्रियों और अनुषांगिक संगठन के पदाधिकारियों की बैठक के बाद शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में संघ के पश्चिम और पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक भी मौजूद रहें। माना जा रहा है कि इस दौरान दिनभर की हुई बैठक के मंथन के आधार पर सरकार और संगठन के क्रियाकलापों को निचले स्तर तक पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर चर्चा हुई।
मोहन भागवत भी करेंगे लखनऊ में प्रवास
आज की बैठक में मिली रिपोर्ट को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के सामने पेश किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार 22 सितम्बर से संघ प्रमुख मोहन भागवत लखनऊ प्रवास करेंगे। उनका प्रवास तीन दिवसीय रहेगा यानि कि 22, 23 और 24 सितम्बर को रहेंगे। इस दौरान हर गांव तक संघ की उपस्थिति का रोड मैप तैयार करने वाले हैं जोकि इस प्रवास के दौरान काफी अहम होने जा रहा है। संघ लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत तय करने की रणनीति भी तैयार होगी। इस प्रवास को लोकसभा चुनाव की दृष्टि से भी काफी अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इसी बैठक में राम मंदिर को लेकर भी चर्चा होगी तो वहीं तमाम ज्वलंत मुद्दे जैसे छुट्टा गोवंश की समस्या, ग्लोबल वार्मिंग की समस्या, सामाजिक समरसता के जरिए दलित मलिन बस्तियों में आधार बढ़ाने पर मंथन के साथ ही प्रबुद्ध वर्ग और उद्यमियों को संघ से जोड़ने पर संवाद होगा।





