श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी महाराज का 420वां प्रकाश पर्व का दूसरा दिन
लखनऊ। श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी महाराज का 420वां प्रकाश पर्व सिख सेवक जत्थे एवं श्री गुरु सिंह सभा के सहयोग से ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरु नानक देव जी नाका हिण्डोला लखनऊ में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर प्रात: के दीवान में श्री सुखमनी साहिब के पाठ के उपरांत गत वर्ष रखे गए सहज पाठों (धीमी गति से किए गए पाठ) की समाप्ति के उपरांत मुख्य ग्रंथी ज्ञानी सुखजिंदर सिंह ने कथा व्याख्यान किया।
सायं का दीवान 6:15 बजे श्री रहिरास साहिब के पाठ से आरम्भ हुआ जो रात 10:30 बजे तक चला जिसमें हजूरी रागी भाई राजिन्दर सिंह ने शब्द कीर्तन गायन एवं समूह संगत को नाम सिमरन करवाया उसके उपरांत के.के.एन.एस गुरमत संगीत एकेडमी एवं सिमरन साधना परिवार के बच्चों ने शब्द कीर्तन गायन कर समूह साथ संगत को निहाल किया। विशेष रूप से पधारे रागी तथा भाई हरभेज सिंह जी वडाला हजूरी रागी श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब ने बाणी गुरु गुरु है वाणी विच वाणी अमृत सारे वाणी कहे सेवक जनि माने पर तक गुरु निस्तारे… गायन कर साथ संगत को मंत्र मुग्ध कर दिया। समाप्ति के उपरान्त दशमेश सेवा सोसाइटी के सदस्यों द्वारा गुरू का लंगर समूह संगत में वितरित किया गया।
4 सितम्बर को प्रात: 5.00 बजे से शबद चौकी, कीर्तन के कार्यक्रम से आरम्भ होगा जो दोपहर 3:00 तक चलेगा जिसमें रागी जत्था भाई राजिन्दर सिंह जी अमृतमयी पवित्र आसा दी वार का शबद कीर्तन गायन करेंगे विशेष रूप से पधारे आगे जत्था भाई हरभेज सिंह जी वडाला हजूरी रागी श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब एवं भाई गुरमीत सिंह गुरुद्वारा आशियाना वाले शब्द कीर्तन गायन कर समूह संगत को निहाल करेंगे मुख्य ग्रन्थी ज्ञानी गुरजिंदर सिंह जी श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी के प्रकाश पर्व पर श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी की बाणी का व्याख्यान करेंगे। माता गुजरी सत्संग सभा एवं सिमरन साधना परिवार के बच्चे भी शबद कीर्तन गायन करेंगे। दीवान की समाप्ति के उपरान्त गुरू का लंगर समूह संगत में वितरित किया जायेगा।