राजधानी में धनतेरस पर लगभग 3700 करोड़ का हुआ कारोबार, शहर में दिखा जाम का असर
लखनऊ। धनतेरस के दिन राजधानी के सभी प्रमुख बाजारों में जमकर खरीदारी की गई। सुबह से लेकर रात तक सभी बाजार गुलजार रहे। ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की। जिससे व्यपारियों के चेहरे भी खिल उठे। बाजार सुबह जल्दी खुल गए, देर रात तक लोग सोना, चांदी, प्लेटिनम, आॅटोमोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स आइटम के साथ ही कपड़े और घरों को शानदार लुक देने वाले आइटम खरीदते दिखाई पड़े। आॅटोमोबाइल, ज्वेलरी, कपड़े और फर्नीचर शोरूम में अच्छी बिक्री होने से कारोबारियों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। मॉल और बाजारों में खरीदारों का तांता लगा रहा। आधी रात के बाद भी बाजार दमकते रहे। लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री ने बताया कि इस बार लगभग 3700 करोड़ का कारोबार हुआ।
आॅटोमोबाइल: 1450 करोड़ का कारोबार:
धनतेरस के दिन सबसे अधिक धनवर्षा आॅटोमोबाइल बाजार में हुई। राजधानी में करीब 1450 करोड़ से ऊपर की गाड़ियां खरीदी गई। इसमें चार पहिया और दो पहिया दोनों शामिल हैं। गाड़ियों के शोरूम पर मौजूद आॅटो एक्स्पर्ट्स की माने तो दस हजार दो पहिया और ढाई से तीन हजार कारों की बुकिंग की गई। इनमें भी महंगी गाड़ियों की डिमांड रही। लैंड रोवर, बीएमडब्लू, एंडीवर, आॅडी, जगुआर, एसयूवी, फॉच्यूनर जैसी गाड़ियों के प्रति लोगों का आकर्षण रहा। दो पहिया वाहनों में बुलेट के प्रति खासा क्रेज देखने को मिला।
बर्तन बाजार: 150 करोड़:
राजधानी के सभी बाजारों में बर्तन बाजार में खूब भीड़ दिखी। सबसे अधिक भीड़ यहियागंज बर्तनबाजार में दिखी, यहां पर होल सेल व्यापारियों ने आज के दिन रिलेट काउंटर भी लगा रखे थे। ऐसे में यहां सुबह से देर रात तक लोग जमा रहे। स्टील के बर्तनों की डिमांड सबसे अधिक रही। चम्मच, डिजाइनर कटोरी, गिलास, टिफिन, पूजा की थालियों के साथ ही डिनर सेट की डिमांड रही। यहां पर दस रुपए से लेकर पांच हजार रुपए तक के आइटम की सेल खूब हुई। नॉन स्टिक तवा, कढ़ाई और प्रेशर कुकर को लोगों ने हाथों हाथ लिया।
कपड़ा बाजार: 125 करोड़:
अमीनाबाद, गणेशगंज के साथ ही हजरतगंज समेत राजधानी के विभिन्न इलाकों में खुले कपड़ों के ब्रांडेड शोरूम से लेकर सामान्य कपड़ों की दुकानों तक में लोग देर शाम तक नजर आए। जींस, ट्राउजर, शर्ट, कुर्ता पायजामा के साथ ही डिजाइनर लहंगा, चोली, सूट और पार्टी वियर साड़ीज खूब बिकी।
सर्राफा बाजार 560 करोड़:
सराफा बाजार में 560 करोड़ की बिक्री हुई। हमेशा की तरह धनतेरस सराफा बाजारों में सबसे अधिक चमक रही। सोना-चांदी की खरीदारी को शुभ मानने की प्रथा के चलते ग्राहकों ने खूब खरीदारी की। सराफा कारोबारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों को ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सजा रखा था। दोपहर बाद सराफा बाजार में उमड़ी भीड़ देर रात जमी रही। अमीनाबाद, आलमबाग, चौक, गोमती नगर, हजरतगंज सहित अन्य प्रमुख सराफा बाजारों में ग्राहकों ने जोर-शोर से खरीदारी की।
इलेक्ट्रानिक्स: 320 करोड़:
एलईडी टीवी की डिमांड सबसे अधिक रही। दस हजार से लेकर एक लाख तक के टीवी हाथों हाथ बिके। इसके बाद मौसम की डिमांड को देखते हुए गीजर, वाटर प्यूरीफॉयर, फ्रिज, आयरन, रूम हीटर की भी जमकर खरीदारी हुई। लगभग 90 करोड़ की आइटम इसमें खरीदे गए। इसके अलावा कि मोबाइल, लैपटॉप, टैब और कम्प्यूटर भी खूब बिका। लगभग दस करोड़ रुपए से अधिक के आइटम धनतेरस के दिन बिके। मोबाइल के लिए श्रीराम टावर में दोपहर के बाद जब भीड़ उमड़नी शुरू हुई तो यहां रोड के सामने जाम लग गया। मोबाइल में जहां पांच हजार से लेकर बीस हजार रुपए तक वहीं लैपटॉप में तीस हजार वाले आइटम की डिमांड खूब रही।
मिठाई: 152 करोड़:
इस बार ड्राई फ्रूटस के आने वाले गिफ्ट हैम्पर की डिमांड खूब रही। पांच हजार से लेकर ढाई लाख तक के गिफ्ट हैंपर्स को ग्राहकों ने खूब पसंद किया। इसके अलावा शहर के प्रतिष्ठित दुकानों पर मिक्स मिठाई के रेट 600 से लेकर एक हजार तक पहुंच गए थे वहीं कुछ खास मिठाइयां 4 हजार रुपए तक बिकी।
महंगे सामान की खूब हुई बिक्री:
बाजार में महंगे सामान की खूब बिक्री हुई। रुचि इलेक्ट्रानिक के मालिक नितीन अग्रवाल बताते हैं कि पिछली बाद दो कस्टमर जितना मिलके सामान खरीदते थे इस बार एक कस्टमर उतना सामान खरीद रहा है। उदाहरण के लिए ऐसे कई कस्टमर रहे हैं जो 40 हजार से ज्यादा के वाशिंग मशीन खरीद के ले जा रहे हैं।
कपड़ा बाजार में भी रही भीड़:
कारोबार बिक्री पिछले साल से 20 फीसदी ज्यादा रहने की उम्मीद है। शहर के पांच हजार दुकानों को मिलाकर 265 करोड़ रुपए का कारोबार हो सकता है। कपड़ा कारोबारी उत्तम कपूर और प्रभु जलान ने बताया कि बाजार उम्मीद से बेहतर रहा। प्रभु जलान ने बताया कि साड़ी के अलावा बेड और ठंडी में प्रयोग होने वाले कपड़े ज्यादा बिक रहे है। हालांकि कपड़ा बाजार में 80 फीसदी बिक्री साड़ी, शूट और शॉल की रही।
मोबाइल : आॅनलाइन को पीछे छोड़ा:
आॅनलाइन की मार झेल रहा मोबाइल और इलेक्ट्रानिक व्यापारियों के यहां भी काफी भीड़ रही। दोनों सेक्टर को मिलाकर करीब 170 करोड़ रुपए का कारोबार होने की उम्मीद है। सबसे ज्यादा बिक्री फ्रीज और वॉशिग मशीन की हो सकती है। टीवी में स्मार्ट टीवी की डिमांड सबसे ज्यादा रही। दुकानों पर आॅनलाइन की रेट में मोबाइल बेचने का दावा किया गया। बालाजी मोबाइल शॉप के मालिक नीरज जौहर ने बताया कि पहले से बेहतर स्थिति रही। अगर आॅनलाइन पर कंट्रोल किया गया होता तो कारोबार और बढ़िया होता। प्रमुख बाजारों में श्रीराम टॉवर, भूतनाथ, नाका हिंडोला मार्केट के अलावा छोटी दुकानों पर भी खूब मोबाइल बिके।
बर्तन की चमक ने आकर्षित किया महिलाओं को:
धनतेरस के अवसर पर बर्तन के बाजार भी पूरी चमक-दमक के साथ सजे नजर आए। वहीं, लैय्या-चना, चीनी मिठाई और दिए की खरीदारी खूब हुई। आर्टिफिशियल ज्वेलरी ने टीन एजर्स को आकर्षित किया। राजस्थानी हार इन दिनों कॉलेज गर्ल को खूब अट्रैक्ट कर रहे हैं। धनतेरस के अवसर पर फूटपाथ की दुकानों का भी खूब फायदा हो रहा।
कपड़ा बाजार:
मॉल से लेकर अन्य कपड़ा बाजार हो या फिर अमीनाबाद में फुटपाथ पर लगी दुकानें। दिवाली पर नए कपड़े पहनने की ख्वाहिश रखने वाले अधिकतर लोगों ने धनतेरस का दिन खरीदारी के लिए तय कर रखा था। यही वजह रही कि कपड़ों की खरीदारी के लिए दोपहर बाद से बाजारों व मॉल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
आधी रात तक गुलजार रहा बाजार, खूब हुई खरीदारी
लखनऊ। धनतेरस पर मंगलवार को शहर गुलजार रहा। कदम-कदम पर सजी दुकानों पर ग्राहक मोल-भाव करते दिखाई तो खरीदारी कर ग्राहकों के चेहरे पर खुशी की असीम खुशी दिखाई दी। कोई शुभ मुहूर्त का इंतजार कर कार व बाइकों की खरीदारी में मशगूल था तो कोई जेवरात की खरीदारी कर त्योहार का जश्न मना रहा था। वहीं त्योहार में कपड़ों की खरीदारी हर किसी के लिए खास बनी रही। मॉल से लेकर शहर की प्रमुख कपड़ा बाजारों में खरीदारों का तांता लगा रहा। बर्तन बाजार भी ग्राहकों की भीड़ से पटा रहा। ग्राहकों की रोशनी से चमकता बाजार आधी रात के बाद भी दमकता रहा।
गुजराती बंधनवार, कोलकाता की मूतिर्यों की धूम:
अमीनाबाद की विक्रेता गरिमा अग्रवाल ने बताया कि इस बार गुजरात और कोलकाता की वस्तुएं लोगों को खूब पसंद आ रही है। उन्होंने बताया कि गुजराती बंधनवार की किमत 500 से 1400 रुपए तक है। पूजा की थाल 300 से 500 इको फ्रेंडली मिट्टी की मटकी की किमत 350 है वहीं कोलकाता से विशेष तौर पर आई श्री लक्ष्मी.गणेश की मूर्तियों की मांग सबसे अधिक है जिनका किमत 300 से शुरू होकर तीन हजार तक है।
गाड़ियां लेकर मंदिर पहुंचे माथा टेकने:
सराफा बाजार के बाद सबसे अधिक आॅटोमोबाइल सेक्टर में धूम रही। कार व बाइकों के शोरूम में सुबह से ही लोगों की भीड़ लग गई थी। चूंकि सभी कारों व बाइकों की पहले से ही बुकिंग थी, ऐसे में ग्राहकों को कंपनियां जल्द से जल्द गाड़ियां डिलीवर करने में जुटी रहीं। यह सिलसिला सुबह से लेकर देर शाम तक जारी रहा। ज्यादातर खरीदार शोरूम से गाड़ियां लेने के तुरंत बाद अलग-अलग मंदिरों में पहुंचते रहे और पूजा अर्चना के बाद गाड़ियां घर ले गए।
परिवार के साथ मिलकर बांटी खुशियां:
पूरा शहरवासियों पर त्योहार की खुमारी छाई हुई है। धनतेरस पर खरीदारी करने के लिए अधिकतर लोग पूरे परिवार संग बाजारों में पहुंचे थे। खुशी के इस मौके पर खरीदारी कर हर कोई जोश और उत्साह में दिखाई दे रहा था। कार व बाइक की खरीदारी के बाद लोग मिठाइयां बांटते भी नजर आए। वहीं कुछ लोग अपने-अपने दोस्तों के साथ धनतेरस पर खरीदारी कर त्योहार का आनंद उठाया।
तांबे के थर्मस और छोटे प्रोडक्ट की डिमांड:
धनतेरस पर बर्तन खरीदने का चलन सबसे ज्यादा है। ऐसे में यहियागंज से लेकर गोमतीनगर तक बर्तन बाजार पूरी तरह सज गए हैं। बड़े बाजारों के अलावा कूपरथला, गोमती नगर, महानगर, तेलीबाग, आशियाना इलाके के लोकल मार्केट, यहियागंज, फैजाबाद रोड, डंडईया बाजार में आधी रात तक बाजार खुले रहे। दुकानदार बैजनाथ ने बताया पिछले कई दिनों से डिमांड में चले रहे तांबे के बर्तन धनतरेस के दिन भी लोगों की पहली पंसद रहे । तांबे से बने थर्मस की काफी डिमांड है, हालांकि इसका रेट 600 रुपए से 1200 रुपए तक था।