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कुमार प्रशांत को मिला डॉ. राही मासूम रजा साहित्य सम्मान

डॉ. राही मासूम रजा साहित्य सम्मान समारोह व पुस्तक विमोचन का आयोजन
लखनऊ। रविवार को डॉ. राही मासूम रजा साहित्य सम्मान समारोह-2024 का आयोजन डॉ राही मासूम रजा साहित्य एकेडमी द्वारा गांधी भवन में किया गया। इस समारोह में साहित्यिक जगत की प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया और डॉ. राही मासूम रजा के साहित्यिक योगदान को याद किया।
समारोह की शुरूआत डॉ. राही मासूम रजा के जीवन और साहित्य पर एक विशेष प्रस्तुति से हुई। मशहूर शायर शनने नकवी ने राही की नज्म को पढ़कर कार्यक्रम की शुरआत की, इसके बाद इस सम्मान से प्रसिद्ध गांधीवादी चिंतक, लेखक और पत्रकार कुमार प्रशांत को देश के प्रसिद्ध कवि नरेश सक्सेना, एजेडमी अध्यक्ष वंदना मिश्रा, प्रो अरुण कुमार त्रिपाठी तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो नदीम हसनैन और संचालक हफीज किदवई द्वारा अलंकृत किया गया। अलंकरण में कुमार प्रशांत को एक मोमेंटो, एक शॉल,राही की किताबों का एक सेट तथा सम्मान पत्र भेंट किया गया। कुमार प्रशांत को गांधी स्मारक निधि, लखनऊ के महामंत्री लाल बहादुर राय जी ने सूत की माला पहनाकर गांधी भवन की ओर से उनका स्वागत किया। हिंदुस्तानी साहित्य सभा, प्रलेस, जलेस, जसम, वसुंधरा फाउंडेशन, काव्योम जैसी प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्थाओं ने भी फूलों की माला तथा शॉल ओढ़ाकर कुमार प्रशांत का अभिनन्दन किया। इसके बाद राही मासूम रजा एकेडमी की स्मारिका साझी विरासत का विमोचन सम्पन्न हुआ।
वक्ताओं में कवि दिनेश प्रियमन तथा गांधीवादी विचारक राम धीरज ने कुमार प्रशांत के कार्यों पर चर्चा की तथा प्रसिद्ध कवि तथा कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नरेश सक्सेना ने डॉ राही के साहित्यिक योगदान पर रौशनी डाली । दिल्ली से पधारे समाजवादी चिंतक प्रो अरुण त्रिपाठी ने कुमार प्रशांत के जीवन,कार्यों और सामाजिक साहित्यिक योगदान पर विस्तृत चर्चा की,साथ ही उनके गांधी पीस फाउंडेशन के गम्भीर कार्यों और गांधी मार्ग के सम्पादन पर दृष्टि डाली ।
अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो नदीम हसनैन ने राही के जीवन,एकेडमी के महत्वपूर्ण कार्यों और राही के एक शायर को रूप में भी देखने की बात की और अपने बचपन के संस्मरण सुनाए।
साहित्यिक जगत की प्रमुख हस्तियों ने डॉ. राही मासूम रजा के साहित्यिक योगदान पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने डॉ. राही मासूम रजा की कविताओं, कहानियों और उपन्यासों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला और उनके साहित्य के महत्व को समझाया।
समारोह के अंत में,एकेडमी की अध्यक्ष वन्दना मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन किया और डॉ. राही मासूम रजा के साहित्यिक योगदान को याद करने के लिए सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि डॉ. राही मासूम रजा का साहित्य हमेशा हमारे दिलों में रहेगा और हमें प्रेरित करता रहेगा।
इस समारोह में अधिकतर राही को चाहने वाले लोगों ने भाग लिया और यह एक सफल आयोजन साबित हुआ। समारोह के दौरान, डॉ. राही मासूम रजा की कविताओं और कहानियों की प्रस्तुति भी की गई, जिसने समारोह को और भी रंगीन बनाया। हमें उम्मीद है कि यह समारोह डॉ. राही मासूम रजा के साहित्यिक योगदान को याद करने में मदद करेगा और साहित्यिक जगत को प्रेरित करेगा। कार्यक्रम में प्रो रूपरेखा वर्मा,प्रो रमेश दीक्षित,आनंदवर्धन सिंह,प्रभात त्रिपाठी,ज्योति राय, वीरेंद्र त्रिपाठी,आशीष डिगडिगा,सानिध्य अवध,जय सिंह,शिवांश त्रिपाठी आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया ।

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