नयी दिल्ली। भारतीय निशानेबाजों ने पेरू के लीमा में चल रही आईएसएसएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप (राइफल/ पिस्टल /शॉटगन) मेंं पुरुषों और महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धाओं में टीम स्वर्ण पदक जीतकर अपने अभियान की शानदार शुरुआत की लेकिन एक निशानेबाज पर देर से पहुंचने के कारण दो अंक का जुर्माना लगाया गया।
उमेश चौधरी, प्रद्युम्न सिंह और मुकेश नेलवल्ली की जूनियर पुरुष टीम ने 1726 अंकों के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल में टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता। भारतीय टीम दूसरा स्थान हासिल करने वाले रोमानिया से 10 अंक आगे रही। इटली ने 1707 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता। चौधरी हालांकि फाइनल के लिए देर से रिपोर्ट करने के कारण दो अंक का जुर्माना लगने से पदक हासिल करने से चूक गए।
चौधरी और प्रद्युम्न ने क्वालिफिकेशन राउंड में क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर रहते हुए व्यक्तिगत फाइनल में जगह बनाई थी। चौधरी ने 580 और प्रद्युम्न ने 578 का स्कोर किया, लेकिन फाइनल में वे क्रमश: छठे और आठवें स्थान पर रहे। नेलवल्ली 574 के स्कोर के साथ क्वालिफिकेशन में नौवें स्थान पर रहे और इस तरह से फाइनल में जगह नहीं बना पाए। व्यक्तिगत वर्ग में रोमानिया के लुका जोल्डिया ने स्वर्ण पदक जबकि चीनी ताइपे के हसिह सियांग चेन ने रजत पदक जीता।
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में कनिष्का डागर, लक्षिता और अंजलि चौधरी की भारतीय टीम ने 1708 का स्कोर करके स्वर्ण पदक हासिल किया। भारतीय टीम ने अजरबेजान को एक अंक से पीछे छोड़ा। यूक्रेन की टीम ने कांस्य पदक हासिल किया। डागर और कनक ने क्वालीफाइंग दौर में समान 573 का स्कोर बनाया। डागर ने हालांकि 10 अंक के अधिक स्कोर बनाए थे और इस कारण वह तीसरे जबकि कनक पांचवें स्थान पर रही। फाइनल में कनक ने 217.6 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता जबकि डागर आठवें स्थान पर रहीं। चीनी ताइपे की चेन यू-चुन ने स्वर्ण पदक जबकि स्लोवाकिया की मांजा स्लैक ने रजत पदक हासिल किया।