शुभम शुक्ला की शुरूआती पढ़ाई लखनऊ में ही हुई
लखनऊ। राजधानी के त्रिवेणी नगर में रहने वाले वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए आगामी भारत-अमेरिका मिशन पर उड़ान भरने के लिए चुना गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने घोषणा की है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को मुख्य पायलट के रूप में चुना गया है, जबकि ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर को अतिरिक्त बैकअप पायलट के रूप में चुना गया है।
इसरो के अनुसार अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) भेजेगा। इसरो के मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र (एचएसएफसी) ने आईएसएस के लिए अपने आगामी एक्सिओम-4 मिशन के लिए अमेरिका स्थित एक्सिओम स्पेस के साथ अंतरिक्ष उड़ान समझौता (एसएफए) किया है। इसमें दो भारतीय मुख्य और बैकअप मिशन पायलट होंगे। इसरो ने कहा कि चालक दल के सदस्यों को बहुपक्षीय चालक दल संचालन पैनल (एमसीओपी) अंतरिक्ष स्टेशन पर उड़ान भरने के लिए अंतिम रूप से मंजूरी देगा। साथ ही यह भी बताया कि गगनयात्री अगस्त, 2024 के पहले सप्ताह से मिशन के लिए अपना प्रशिक्षण शुरू करेंगे। इससे पहले फरवरी में दिल्ली में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिशन गगनयान के लिए चुने गए वायुसेना अधिकारियों को विंग्स सौंपा था। इस दौरान लखनऊ के त्रिवेणीनगर में रहने वाले शुभांशु शुक्ला के परिवारीजन भी वहां मौजूद थे।
लखनऊ के त्रिवेणी नगर में जन्मे ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने भारतीय वायु सेना में अपना सफर करीब 18 साल पहले शुरू किया था। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में ट्रेनिंग ली है। ग्रुप कैप्टन के परिवार के अनुसार करगिल जंग के दौरान भारतीय सैनिकों की बहादुरी और बलिदान की वीर गाथाओं को पढ़ने के बाद उन्हें सशस्त्र बलों में शामिल होने की प्रेरणा मिली। शुभम शुक्ला की शुरूआती पढ़ाई लखनऊ में ही हुई है। वह सीएमएस अलीगंज के छात्र रहे हैं। 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में जन्मे शुभांशु शुक्ला फाइटर कॉम्बैट लीडर और टेस्ट पायलट के रूप में कार्यरत हैं। आसमान की ऊंचाइयों में नेविगेट करने में वह परांगत हैं। विभिन्न प्रकार के विमानों को संचालित करने का उनके पास लगभग 2000 घंटे का अनुभव है। उन्होंने सुखोई-30, मिग-21, मिग-29, जगुआर, हॉक, डोर्नियर, एएन-32 आदि सहित विभिन्न प्रकार के विमान उड़ाये हैं।