लखनऊ। झिलमिल रोशनी से टिमटिमाते लाखों दीप, वेदियों पर आसीन पुजारी हाथों में आरती लिए हुए, पीछे विशेष प्रकार के परिधानों में साज सज्जा कर खड़ी महिलाएं और लड़कियां संगीत यंत्र बजाती हुईं, कार्तिक पूर्णिमा की पावन बेला पर शाम होते ही ऐसा मनभावन दृश्य देखकर लग रहा था कि गोमती तट पर मानों देवता उतर आए हों। पूरी भव्यता के साथ फूलों और रंग बिरंगी लाइटों से जगमगाते मनकामेश्वर उपवन तट पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महंत देव्या गिरि की अगुवाई में देव दीपावली पर महाआरती हुई। वहीं, शहर के अन्य घाटों पर भी देव दीपावली के आयोजन हुए। कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर सोमवार को देव दीपावली हर्षोल्लास के साथ शहर भर में मनाई गई। दीपों की झिलमिल रोशनी से गोमती किनारे विभिन्न तट जगमगाते रहे। घर-घर भगवान विष्णु के साथ तुलसी माता का पूजन हुआ। मंदिरों में पूजा.अर्चना के लिए भीड़ उमड़ती रही। पटाखों से एक बार फिर आसमान गूंजे। साथ ही सैकड़ों श्रद्धालुओं ने देवों को दीपकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
कार्तिका पूूर्णिमा एवं देव दीपावली पर श्रीमनकामेश्वर मंदिर.मठ के तत्वावधान में शुक्रवार को डालीगंज के गोमती तट पर बने उपवन घाट पर दो लाख इक्वायन हजार दीप जलाए गए। मंदिर की श्रीमहंत देव्यागिरी महाराज की अगुवाई में 11 वेदियों से आदि गंगा गोमती की आरती की गई। शंख और घंटों की ध्वनि से उपवन घाट गुंजायमान हो उठा। आरती के भक्तों ने गोमती मैया की जय जयकार की। आरती के बाद भक्तों में खीर, पूडी, सब्जी हलवा का प्रसाद बांटा गया। इससे पहले घाट पर सुबह से मंदिर की मुख्यकार्यकर्ता उपमा पाण्डेय की देखरेख में सैकड़ों ने श्रद्धालुओं ने रंगाली सजाई। ओम शुभ के चिन्ह बनाकर उसमें दीप सजाए। इसमें रामधीन सिंह इंटर कॉलेज और सीएमएस के बच्चों ने दीप सजाने में अपनी सेवाएं दी। घाट पर मंदिर की तरफ से रंगोली प्रतियोगिता हुई। बच्चों ने फुलों, दीपों और रंगों से रंगोली सजाई। मंदिर की महंत देव्यागिरी महाराज इस अवसर पर कहा कि बच्चों को अपनी संस्कृति और परम्परा के बारे में बताया।
रोशनी से नहाया मनकामेश्वर उपवन घाट
दो लाख दीपकों की रोशनी से नहाया मनकामेश्वर उपवन घाट, परंपरा, आस्था और विश्वास की बही त्रिवेणी, नमोस्तुते मां गोमती से गुंजायमान वातावरण के साथ आदि गंगा गोतमी की आरती करते श्रद्धालु। सोमवार को कुछ ऐसा ही माहौल देव दीपावली पर शाम-ए-अवध में नजर आया। कार्तिक मास की पूर्णिमा के महात्म के बखान के बीच मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि ने आरती कर माहौल को भक्ति से सराबोर कर दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच आचार्यो ने विधान कराए तो पूरे परिसर में हजारों साल पुरानी सनातन संस्कृति एक बार फिर मुस्कुरा उठी। एक ओर जहां मनकामेश्वर उपवन घाट पर पहली बार गोबर के दीपकों से आरती कर उन्हें गोमती में प्रवाहित किया गया तो दो लाख मिट्टी के दीपकों से पूरा परिसर रोशनी से सराबोर हो उठा। कुड़ियाघाट पर एक दिन पहले 501 दीपक जलाकर गोमती को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया गया। श्री शुभ संस्कार समिति के महामंत्री ऋद्धि किशोर गौड़ के संयोजन में आरती हुई। झूलेलाल घाट पर सनातन आरती के साथ डॉ.प्रवीण ने आदि गंगा को निर्मल बनाने का संकल्प दिलाया।
खदरा में देव दीपावली
खदरा के शिव मंदिर घाट प ओम ब्राह्मण समाज के संयोजक धनंजय द्विवेदी के सानिध्य में आरती हुई। आशियाना परिवार के अध्यक्ष आरडी द्विवेदी के संयोजन में द्विवेदी पार्क के तुलसी वाटिका में देव दीपावली पर महापौर संयुक्ता भाटिया के अलावा अंजू रघुवंशी, शशि शर्मा, रमा द्विवेदी, नीलम शुक्ला, बीना अग्रवाल, प्रीति जैन व दीपा दीक्षित समेत परिस के सदस्यों ने आरती में हिस्सा लिया। राजेंद्र नगर के महाकाल मंदिर में श्रृंगार के साथ आरती की गई।
इसलिए होती है देव दीपावली
पं. बिन्द्रेस दुबे ने बताया कि भगवान शिव ने त्रिपुर नामक असुर का वध कार्तिक पूर्णिमा को ही किया था और श्री विष्णु जी ने मत्स्य अवतार भी इसी दिन लिया था। देवताओं ने इसी दिन दीपावली मनाई थी। इसलिए इस दिन देव दीपावली मनाई जाती है।
1100 दीपों से रोशन हुआ झूलेलाल घाट
लखनऊ। सनातन महासभा की ओर से झूलेलाल वाटिका, गोमती तट पर प्रत्येक पूर्णिमा पर आयोजित कार्तिक पूर्णिमा व देव् दीवाली पर आयोजित सनातन महासमागम एवं 131वी आदि गंगा माँ गोमती महाआरती का आयोजन शुक्रवार को किया गया।
मंगलाचरण, स्वस्तिवाचन, पुष्पांजलि व शंखनाद के साथ 07 भव्य मंचो से पूज्य स्वामी आनंद नारायण, स्वामी हरेंद्र नाथ,स्वामी मुरारीदास, राज्य सभा सांसद डॉ दिनेश शर्मा व देवेंद्र शुक्ल के सानिध्य में हुई। महाआरती में मृदंग, मंजीरा, ढोल, तासे, शंख की ध्वनि से पूरा प्रांगण गुंजायमान रहा। अध्यक्ष डॉ. प्रवीण ने बताया कि महाआरती के पूर्व कार्यक्रम का आरंभ गुरुनानकदेव जी की जयंती पर माल्यार्पण व पूजन से हुआ। रंगोली के साथ शशि गुप्ता, मोनिका अग्रवाल के गणेश वंदना और समापन पूनम विष्ट के कथक नृत्य से हुआ। इसके बाद अयोध्या चले श्रीराम रघुराई नृत्य नाटिका का भव्य मंचन सत्य समर्पण निर्देशक अमित दीक्षित’रामजी’ के नेतृत्व में हुआ और श्रीराम के रूप में नैतिक सिंह व सीताजी के रूप में आस्था मिश्रा सहित कलाकारों ने मन मोहक रामलीला की प्रस्तुति की। राज्य सभा सांसद डॉ दिनेश शर्मा, कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष प्रमोद शर्मा सहित वरिष्ठ समाजसेवियों राजेश सिंह, मधुराम जी, नितेन्द्र यादव तथा पत्रकारों में विभांशुमणि त्रिपाठी व विवेक शाही को सनातन शिरोमणि सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान से पूर्व 15 विशिष्ट समाजसेवियों का मंच पर भारतीय संस्कृति के अनुसार जन्म दिन व विवाह वर्षगांठ भी धूमधाम से मनाई गई। बाद में महाआरती का संयोजन कर रहे महासभा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण व महासचिव देवेंद्र शुक्ल ने बताया कि देव् दीवाली के अवसर पर महाआरती के बाद 1100 दीपो से घाट दीवाली की तरह जगमगा उठा, साथ ही इस बार नशा मुक्त प्रदेश अभियान के अंतर्गत नशा मुक्त उ.प्र. बनाने कस संकल्प कराया गया और हस्ताक्षर अभियान के साथ संघर्ष करने का निर्णय लिया गया और सभी ने राष्ट्रीय महासचिव देवेंद्र शुक्ल व डॉ0 आहुति ओझा के नेतृत्व में नशा मुक्त प्रदेश बनाये जाने हेतु संकल्प दीपो से सभी भक्तों को संकल्प कराकर गोमती मैया के गोद में दीपदान किया
इस भव्य कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता विकास मिश्र ने किया और भक्तों को अपनी मिमिक्री से मनोज सारस्वत ने हंसते-हंसाते धर्म का ज्ञान तमाम फिल्मी कलाकारों व राजनेताओ की आवाज में दिया।