राजधानी की प्रसिद्ध 145 वर्ष पुरानी श्री मौसमगंज रामलीला
लखनऊ। राजधानी की प्रसिद्ध 145 वर्ष पुरानी श्री मौसमगंज रामलीला एवं नाट्य समिति डालीगंज इस वर्ष की रामलीला का मंचन 1 अक्टूबर से करने जा रही है जो 13 अक्टूबर तक चलेगा। समिति के अध्यक्ष घनश्याम दास अग्रवाल ने बताया कि 1 अक्टूबर को मंच पूजन व श्री गणेश पूजन के साथ कार्यक्रम की शुरूआत होगी और रामलीला मंचन 2 अक्टूबर से होगा। दो अक्टूबर को शिव पार्वती संवाद, रावण अत्याचार, राम जन्म लीला से लेकर जानकी जन्म लीला का मंचन होगा। उन्होंने बताया कि इस बार शिवकुमार वर्मा के निर्देशन, राजेश त्रिपाठी के उपनिर्देशन तथा पीयूष कुमार निगम के लीला संचालन में रामलीला का मंचन होगा। उन्होंने बताया कि इस बार रामलीला को और आकर्षक बनाने के लिए काफी बदलाव किए गए हैं। आम जनता के बैठने के लिए उचित व्यवस्था की गई है। महिला व पुरुषों के लिए सोफे व कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि इस बार रामलीला मंच विधायक डॉक्टर नीरज बोरा के सहयोग से टीन सेट का भव्य मंच तैयार किया गया है। जिस पर लीला का मंचन सुचारू रूप से हो सकेगा। अध्यक्ष घनश्याम दास अग्रवाल ने बताया कि लखनऊ की यह इकलौती रामलीला है जहां पर लीला मंचन के लिए दो स्टेज बनाए जाते हैं एक पर लीला होती है तो दूसरे पर अगले दृश्य की तैयारी चलती है इसी प्रकार पूरी रामलीला संपन्न होती है। उन्होंने बताया कि इस बार मंच 70 फुट चौड़ा और 70 फीट लंबा तैयार किया गया है। इसके अलावा स्टेज की ऊंचाई 27 फीट रहेगी। उन्होंने बताया कि लीला के लिए कई पर्दे व कलाकारों की कई ड्रेसे भी आ चुकी हैं उन्होंने बताया कि इस बार प्रयास किया जा रहा है कि दशहरा मेला 12 अक्टूबर को झूलेलाल वाटिका गोमती तट पर किया जाए, यदि व्यवस्थाएं पूरी हुई तो वहां पर रावण दहन वह दशहरा मेला का आयोजन किया जाएगा। समिति के कोषाध्यक्ष सुरेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इन दिनों रामलीला मंचन के लिए कलाकारों का पूवार्भास चल रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार की लीला में प्रमुख 5 अक्टूबर को धनुष यज्ञ रावण वाणासुर संवाद और लक्ष्मण परशुराम संवाद की प्रभावशाली लीला का मंचन किया जाएगा जिसकी तैयारियां इन दिनों कलाकार तेजी से कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 13 अक्टूबर को श्री राम राज्याभिषेक, सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पुरस्कार वितरण के साथ लीला कार्यक्रम का समापन होगा।