शारदीय नवरात्र 15 से, हाथी पर सवार होकर आयेंगी मां दुर्गा

 

देवी दुर्गा की 9 अलग-अलग रूपों में पूजा की जाती है

लखनऊ। नवरात्र नौ दिनों का त्योहार है जो मां दुर्गा को समर्पित है। नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ नौ रातें है। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, देवी दुर्गा की 9 अलग-अलग रूपों में पूजा की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है। दसवें दिन को विजयादशमी या दशहरा के रूप में मनाया जाता है। दशमी तिथि को मां दुर्गा की मूर्तियों को जलस्रोत में विसर्जित किया जाता है। भारत के ज्यादातर राज्यों में नवरात्रि मनाई जाती है। हालांकि नवरात्रि पश्चिमी राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिणी राज्य कर्नाटक में बहुत लोकप्रिय त्योहार है। नवरात्रि के पहले दिन मंत्रोच्चार के साथ पूरे वैदिक अनुष्ठानों के साथ कलश में मां दुर्गा का आह्वान किया जाता है। कलश में माता रानी के आह्वान को घटस्थापना या कलशस्थापना के रूप में जाना जाता है। कलश स्थापना हमेशा नवरात्रि के पहले दिन ही जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसारए हर साल शारदीय नवरात्रि आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होते हैं। इस साल प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर को रात 11 बजकर 24 मिनट से शुरू होगी और 16 अक्टूबर को सुबह 12 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि में शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर 2023 से प्रारंभ होंगे और 24 अक्टूबर को विजय दशमी का त्योहार मनाया जाएगा। इस साल कोई भी तिथि न ही घट रही और न ही बढ़ रही है। ऐसे में इस साल शरद या शारदीय नवरात्रि पूरे नौ दिनों के पड़ रहे हैं। 15 अक्टूबर से प्रारंभ होकर नवरात्रि 23 अक्टूबर तक रहेंगे। 24 अक्टूबर को विजय दशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा।

सिंह पर नहीं हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा

शारदीय नवरात्र का पावन पर्व 15 अक्टूबर रविवार से प्रारंभ हो रहा है। मां दुर्गा को समर्पित यह पर्व 23 अक्टूबर 2023 मंगलवार तक चलेगी। 24 अक्टूबर को विजयदशमी या दशहरा का त्योहार मनाया जाएगा। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग.अलग स्वरूपों की विधि.विधान के साथ पूजा.अर्चना की जाती है। भक्त मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि में उपासना करने के साथ ही उपवास भी रखते हैं। इस साल शारदीय नवरात्रि रविवार से प्रारंभ हो रहे हैं, ऐसे में जब नवरात्रि रविवार से प्रारंभ होते हैं तो माता का वाहन हाथी होता है। हाथी पर माता रानी के आगमन का संकेत अधिक वर्षा के संकेत देता है।

शारदीय नवरात्र घटस्थापना मुहूर्त

शारदीय नवरात्र के शुभ अवसर पर घटस्थापना मुहूर्त अभिजीत मुहूर्त के दौरान तय होता है। घट स्थापना का समय निश्चित चित्रा नक्षत्र के दौरन ही होता है। ऐसे में इस दिन चित्रा नक्षत्र 14 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 24 मिनट से 15 अक्टूबर शाम 06 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। वहीं अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 04 मिनट से सुबह 11 बजकर 50 मिनट के बीच रहेगा, इसलिए घटस्थापना पूजा भी इसी अवधि में की जाएगी।

कलश स्थापना विधि

अनाज बोने के लिए सबसे पहले मिट्टी का चौड़ा बर्तन जिसका उपयोग कलश रखने के लिए किया जाएगा। गमले में मिट्टी की पहली परत फैलाएं और फिर अनाज के बीज फैलाएं। अगर जरूरी हो तो मिट्टी को सेट करने के लिए गमले में थोड़ा पानी डालें। अब कलश की गर्दन पर पवित्र धागा बांधें और गर्दन तक पवित्र जल भरें। जल में सुपारी, गंध, दूर्वा घास, अक्षत और सिक्के डालें। कलश को ढक्कन से ढकने से पहले कलश के किनारे पर अशोक की 5 पत्तियां रखें। अब बिना छिले नारियल को लें और इसे लाल कपड़े के अंदर लपेट लें। नारियल और लाल कपड़े को पवित्र धागे से बांध लें। अब तैयार किए गए नारियल को कलश के ऊपर रखें। अंत में कलश को अनाज के बर्तन के बीच में रखें। अब हमारे पास देवी दुर्गा का आह्वान करने के लिए कलश तैयार है।

शारदीय नवरात्र की तिथि

15 अक्टूबर- घटस्थापना, मां शैलपुत्री की पूजा
16 अक्टूबर- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
17 अक्टूबर- मां चंद्रघंटा की पूजा
18 अक्टूबर- मां कूष्माण्डा की पूजा
19 अक्टूबर- मां स्कंदमाता की पूजा
20 अक्टूबर- मां कात्यायनी की पूजा
21 अक्टूबररू मां कालरात्रि की पूजा
22 अक्टूबर- दुर्गा अष्टमी, मां महागौरी की पूजा, कन्या पूजन
23 अक्टूबर- महानवमी, मां सिद्धिदात्री की पूजा, नवरात्रि हवन

शारदीय नवरात्र का महत्व

हिंदू धार्मिक मान्यताओं अनुसार जो व्यक्ति नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा की विधि विधान पूजा.अर्चना करता है उसके जीवन के सभी काम सफल होते हैं। कहते हैं इस दौरान मां दुर्गा नौ दिनों के लिए पृथ्वी लोक में आती हैं। ऐसे में जो कोई भी व्रत.नियम पूर्वक पूजा पाठ करता है उसके जीवन में मां दुर्गा सदैव अपना आशीर्वाद बनाये रखती हैं।

कब है विजयादशमी

इस साल विजयादशमी 24 अक्टूबर दिन मंगलवार को है। इस दिन दशहरा मनाया जाएगा और नवरात्रि का पारण होगा। दशहरा की शस्त्र पूजा भी 24 अक्टूबर को होगी।

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