उस्ताद अमजद अली खां के वादन से सजी अवध की शाम

संगीत नाटक अकादमी के स्थापना दिवस पर धरोहर कार्यक्रम का आयोजन

लखनऊ। इस वर्ष उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी, लखनऊ ने अपने 61 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। इस अवसर पर अकादमी द्वारा संत गाडगेजी महाराज, प्रेक्षागृह में धरोहर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत परम्परानुसार दीप प्रज्जवलित करके की गई। इस अवसर पर मंच पर पद्मश्री डॉ. विद्या बिन्दु सिह, प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम, पद्मश्री मालिनी अवस्थी अकादमी अध्यक्ष प्रो. जयन्त खोत, अकादमी उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह तथा अकादमी निदेशक डॉ. शोभित कुमार नाहर उपस्थित रहे। इस अवसर पर अकादमी अध्यक्ष प्रो. जयन्त खोत, प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, अकादमी उपाध्यक्ष श्रीमती विभा सिंह एवं निदेशक द्वारा आज के कलाकार पद्मभूषण उस्ताद अमजद अली खाँ को पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इसके पश्चात सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। तत्पश्चात् अकादमी अध्यक्ष, पद्मश्री मलिनी अवस्थी, भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति सुश्री माण्डवी सिंह, अकादमी उपाध्यक्ष तथा अकादमी निदेशक ने पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह देकर उस्ताद अमजद अली खान की पत्नी श्रीमती सुब्बुलक्ष्मी खान को सम्मानित किया।
इस अवसर पर अकादमी अध्यक्ष प्रो. जयन्त खोत ने अपने स्वागत उद्बोधन में अकादमी की वर्तमान योजना और भावी योजनाओं के बारे विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए उस्ताद अमजद अली खाँ ने सर्वप्रथम दीपचन्दी में राग श्यामा से अपने वादन की शुरूआत की तत्पश्चात वैष्णव जन तो तेने कहिए… सुनाई के बाद एकला चलो रे सुनाया कार्यक्रम का समापन उन्होंनें रघुपति राघव राजाराम धुन से किया। आपके साथ तबले पर श्री मिथलेश कुमार झा एवं श्री शारिक मुस्तफा ने संगत की। आपके दल में साउण्ड इंजीनियर के रूप श्री हुमायूँ अतीक उपस्थित रहे।
इस अवसर पर अकादमी की पूर्व अध्यक्ष डॉ. पूर्णिमा पाण्डे, विशेष सचिव संस्कृति श्री रवीन्द्र कुमार, डॉ. देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी, क्षेत्रीय सचिव, राज्य ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष श्री गिरीश चन्द्र मिश्र, अध्यक्ष भारतेन्दु नाट्य अकादमी, अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष बिरजू महाराज कथक संस्थान, उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अलका निवेदन ने किया।
कार्यक्रम समाप्ति के उपरान्त मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं उपस्थित जन समूह द्वारा कार्यक्रम की बहुत प्रशंसा की तथा आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने की अपेक्षा की।

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