ऋषि साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है : उमानंद शर्मा
लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत उ.प्र. के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 430वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार के सक्रिय कार्यकर्ता श्री जयप्रकाश कुशवाहा ने अपने पूज्य माताजी की स्मृति में भेंट किया तथा सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, शिक्षिकाओं को (हिन्दी) अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।
इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ऋषि साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है। डा. नीलम गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का समापन संस्थान के प्रधानाचार्य श्री नीतीश कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया। इस अवसर पर उमानंद शर्मा, डा. नीलम गुप्ता, श्रीमती सावित्री शर्मा, देवेन्द्र सिंह, प्रधानाचार्य नीतीश कुमार सहित संस्थान की शिक्षक, शिक्षिकायें एवं छात्र-छात्रायें मौजूद रहे।