हिंदी संस्थान के बाल साहित्य सम्मान से नवाजे जाएंगे डॉ करुणा समेत आठ साहित्यकार
-उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की बाल साहित्य संबर्द्धन योजना के अन्तर्गत
-बैठक में वर्ष 2023 के बाल साहित्य सम्मानों पर समिति ने निर्णय लिये गए
लखनऊ। उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की बाल साहित्य संबर्द्धन योजना के अन्तर्गत बाल साहित्य सम्मानों के लिए गठित समिति की बैठक 9 जनवरी को निदेशक उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ कक्ष में हुई। इस बैठक में वर्ष 2023 के बाल साहित्य सम्मानों पर समिति ने निर्णय लिये गए। जिसमें सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान से डॉ करुणा पांडे, लखनऊ। सोहन लाल द्विवेदी बाल कविता सम्मान डॉ आरपी सारस्वत, सहारनपुर। अमृत लाल नागर बाल कथा सम्मान डॉ मोहम्मद अरशद खान शाहजहाँपुर। शिक्षार्थी बाल चित्रकला सम्मान दिलीप शर्मा, अलीगढ।
लल्ली प्रसाद पाण्डेय बाल साहित्य पत्रकारिता सम्मान से नरेन्द्र निर्गल गौतमबुद्ध नगर। डॉ रामकुमार वर्मा बाल नाटक सम्मान बलराम अग्रवाल गौतमबुद्ध नगर। कृष्ण विनायक फड़के बाल साहित्य समीक्षा सम्मान से देवी प्रसाद गोड मथुरा। जगपति चतुवेर्दी बवाल विज्ञान लेखन सम्मान से डॉ दीपक कोहली लखनऊ। उमाकान्त मालवीय युवा बाल साहित्य सम्मान अनिल कुमार ‘निलय, प्रतापगढ को दिए जाने की घोषणा की गई। हिंदी संस्थान की प्रधान संपादक डॉ अमिता दुबे ने बताया कि प्रत्येक सम्मान, की धनराशि 51000 रुपए है। जल्द ही सम्मान समारोह की घोषणा की जायेगी। सम्मानित बात साहित्यकारों को पुरस्कार धनराशि अंगवस्त्र व प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया जायेगा।
सम्मान जिम्मेदारी को बढ़ाता है : करुणा पांडेय
सुभद्रा कुमारी चौहान महिला बाल साहित्य सम्मान मिलने पर लखनऊ की डॉ. करुणा पांडे ने कहा कि बाल सहित्य सम्मान मिलना एक गौरव का अनुभव कराता है। ऐसे सम्मान मिलने से साहित्यकार की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। बाल साहित्य के क्षेत्र में बच्चों के मन की व्यथा को समाज के सामने लाना मेरा उद्ेश्य है। बच्चे देश का भविष्य हैं। इसलिए मेरी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। आगे करुणा पांडेय ने कहा कि मेरा मकसद है कि समाज की असली तश्वीर समाज के सामने ला सकूं ताकि हमारी लेखनी से बच्चों का विकास हो सके और सही दिशा मिल सके।