दो दिवसीय अवध फिल्म फेस्टिवल का समापन
लखनऊ। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में आयोजित दो दिवसीय अवध फिल्म फेस्टिवल का समापन रविवार को हुआ। फेस्टिवल में तीन श्रेणियों प्रोफेशनल, कैम्पस, जस्ट पास आउट कैम्पस में 54 फिल्मों को चयन प्रतियोगिता के लिए किया गया था। फेस्टिवल की कैम्पस श्रेणी में श्रेष्ठ निर्देशन के लिए ह्यद डिलेवरी निर्देशित अर्पित गुप्ता को, श्रेष्ठ छायांकन के लिए दाग निर्देशित पलक कुमारी को अवार्ड मिला। वहीं श्रेष्ठ फिल्म के लिए रोशनी निर्देशित अनिमेष नमन को और श्रेष्ठ डाक्यूमेंट्री के लिए संयुक्त फिल्म बिजली महादेव मंदिर निर्देशित धीरेंद्र सिंह और दिलकुशा निर्देशित प्रगति पांडे को तथा श्रेष्ठ समीक्षा के लिए संयुक्त फिल्म गोमती सवाल अस्तित्व का निर्देशित आशीर्वाद दीक्षित और जल्दी जाना है क्या के नीतीश कुमार फिल्म को मिला। प्रोफेशनल श्रेणी में श्रेष्ठ निर्देशन के लिए मटर पनीर निर्देशित चंदन मल्लाह को , श्रेष्ठ छायांकन के लिए ट्रम्पेट निर्देशित आशीष भथरी को, श्रेष्ठ फिल्म के लिए त्वमेव सर्वम निर्देशित मनोज तिवारी को, श्रेष्ठ डॉक्यूमेंटरी के लिए गल देव : एक अनोखी मान्यता निर्देशित तनिष्क भूरिया और श्रेष्ठ समीक्षा के लिए संक्युक्त फिल्में अक्षरा निर्देशित शिवम भास्वर और फिल्म जुबान निर्देशित प्रफुल्ल पांडेय को मिला। जबकि कैंपस जस्ट पास आउट श्रेणी में श्रेष्ठ फिल्म के लिए ए लवली रिज्यूमे निर्देशित पौरुषे को मिला। समारोह में मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अनन्त विजय थे। वहीं वरिष्ठ रंगकर्मी डा. अनिल रस्तोगी और रमा अरुण त्रिवेदी ने छात्रों और फिल्म निमार्ताओं को फिल्म निर्माण के गुण बतायें। डॉ. अनिल रस्तोगी ने कहा कि फिल्म निर्माण और कला के क्षेत्र में उम्र मात्र एक नंबर है। आज मेरी उम्र 81 वर्ष से अधिक है लेकिन मैं लगातार अपना अच्छा किरदार निभाने की कोशिश करता हूं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एनएमपी वर्मा ने की। इस मौके पर एमएलसी पवन सिंह चौहान, निदेशक राष्ट्रधर्म प्रकाशन मनोजकान्त, प्रो. गोविन्द जी पाण्डेय, अरुण त्रिवेदी समेत अन्य मौजूद रहे।