नई दिल्ली। सफदरजंग अस्पताल में इलाज कराने आए दिल्ली पुलिस के एक हेडकांस्टेबल के बेटे द्वारा एक रेजीडेंट डॉक्टर से मारपीट किए जाने से नाराज डॉक्टरों ने रविवार को काम नहीं किया जिससे अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं प्रभावित रहीं।
सफदरजंग पुलिस थाने में तैनात हेड कांस्टेबल
पुलिस के मुताबिक, सफदरजंग पुलिस थाने में तैनात हेड कांस्टेबल विनोद के बेटे अक्षय (24) को रविवार की सुबह पेट दर्द की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अक्षय और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के बीच पहले इलाज न करने को लेकर बहस हो गई। उन्होंने कहा कि इससे नाराज अक्षय ने डॉक्टर को घूंसा मार दिया जिससे उसके नाक पर चोट लगी। घटना के फौरन बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) के एक सदस्य ने कहा कि आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने मरीज का दर्द कम करने की कोशिश की लेकिन उसको फायदा नहीं हुआ।
एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा
एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, ड्यूटी पर तैनात रेजिडेंट डॉक्टर जब मरीज का अल्ट्रासाउंड कराने के लिए फॉर्म भर रहा था तभी अक्षय ने अपशब्द कहने शुरू कर दिए। उन्होंने कहा कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर हमले में बेहोश हो गया और उसकी नाक टूट गई। उन्होंने कहा, रेजिडेंट डॉक्टर अभी निगरानी में हैं। हमनें मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने कहा कि हेड कांस्टेबल विजय और घटना के वक्त ड्यूटी पर मौजूद कांस्टेबल को डिस्ट्रिक लाइन्स स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। घटना के विरोध में डॉक्टर काम से दूर रहे और इस वजह से मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।